विशाखापत्तनम, तीन दिसंबर पूर्वी नौसेना कमान (ईएनसी) के फ्लैग ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ वाइस एडमिरल बिस्वजीत दासगुप्ता ने शुक्रवार को कहा कि क्षेत्र और उसके इतर समुद्री हितों की रक्षा करने में ईएनसी सबसे आगे रहा है।
'आईएनएस जलाश्व' पर नौसेना दिवस समारोह के सिलसिले में यहां एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि पूर्वी नौसेना कमान का ध्यान अपने संचालन प्लेटफार्म की युद्धक तैयारियों पर रहा है और रहेगा, ताकि उन्हें समुद्री संचालन क्षेत्र में सक्रिय रूप से तैनात किया जा सके और वे किसी भी स्थिति में तेजी से प्रतिक्रिया कर सकें। उन्होंने कहा कि नौसेना दिवस हर साल 4 दिसंबर को 1971 के युद्ध में समुद्र में निर्णायक जीत की याद में मनाया जाता है।
दासगुप्ता ने कहा, ‘‘यदि हम नहीं जानते कि हमारे संचालन क्षेत्र में कौन मौजूद है या क्या हो रहा है, तो हम उचित तरीके से कार्य करने में सक्षम नहीं होंगे। आपको यह जानकर खुशी होगी कि भारतीय नौसेना में स्थितिजन्य जागरूकता विकसित करने के लिए बहुत शक्तिशाली सुविधाएं हैं और हमारे हित के समुद्री क्षेत्रों में हमारी जानकारी के बिना में बहुत कम चीजें होती हैं।’’
उन्होंने कहा कि नौसेना के पास युद्धपोत सहित 130 जहाज हैं, विभिन्न तरह के 60 हेलीकॉप्टर और चार पनडुब्बियां हैं।
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