Dussehra 2025: दिल्ली के 4 सबसे फेमस रावण दहन स्थल, मेले की रौनक, झूले और खाने-पीने...
By संदीप दाहिमा | Updated: October 2, 2025 13:40 IST2025-10-02T13:35:57+5:302025-10-02T13:40:11+5:30
दशहरे का त्योहार जिसे हम विजयादशमी भी कहते हैं भारत में बड़े ही धूम-धाम से मनाया जाता है, दशहरा बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक माना जाता है, आपको बता दें दशहरा आश्विन मास के शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि को मनाया जाता है।

Dussehra 2025: दिल्ली के 4 सबसे फेमस रावण दहन स्थल, मेले की रौनक, झूले और खाने-पीने...
Dussehra 2025 Most Famous Ravan Dahan: दशहरे का त्योहार जिसे हम विजयादशमी भी कहते हैं भारत में बड़े ही धूम-धाम से मनाया जाता है, दशहरा बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक माना जाता है, आपको बता दें दशहरा आश्विन मास के शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि को मनाया जाता है। बताया जाता है की इस दिन भगवान श्रीराम ने रावण का वध किया था और सीता जी को मुक्त करवाया था, यह त्योहार न्याय और धर्म की विजय का प्रतीक है। दशहरे के दिन देशभर में रावण, मेघनाद और कुंभकर्ण के पुतले जलाए जाते हैं।
पहले नंबर पर है दिल्ली के लाल किला मैदान का रावण दहन यहां का आयोजन या फिर मेला और रावण के पुतले सबसे खास माने जाते हैं, यहां के झूले और स्वादिष्ट खाने की स्टॉल्स भी लोगों को काफी पसंद आते हैं, आप चाहें तो अपने परिवार के साथ यहां घूमने आ सकते हैं, यहां पहुंचने के लिए आप लाल किला या चांदनी चौक मेट्रो स्टेशन से आसानी से पहुँच सकते हैं।
दूसरे नंबर पर है रामलीला मैदान का रावण दहन यह भी काफी लोकप्रिय है, यहां का मेला भी दिल्ली के सबसे बड़े मेलों में शामिल है यहां भी आपको रावण, मेघनाथ और कुंभकरण के पुतले देखने को मिलने वाले हैं, यहां जनता झूलों का आनंद उठा सकती है साथ ही स्वादिष्ट खाने का स्वाद भी लेने को मिलने वाला है, आप यहां नई दिल्ली, चावड़ी बाजार और चांदनी चौक मेट्रो स्टेशन से आसानी से पहुंच सकते हैं।
जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम का रावण दहन भी दिल्ली के फेमस आयोजनों में से एक माना जाता है, यहां का स्टेडियम बड़ा है और इसके चलते लोगों को धूमने में आसानी होती है, रावण दहन के साथ आप झूले झूल सकते हैं और स्वादिष्ट खाने का स्वाद ले सकते हैं।
इसके साथ ही आप दिल्ली के द्वारका में श्री राम लीला सोसायटी के आयोजन का आनंद ले सकते हैं, यहां आपको एक से बढ़कर एक झूले मिलेंगे और यहां खाने पीने के काफी स्टाल्स है, रावण के पुतलों की बात करें तो यहां भी आपको रावण, मेघनाद और कुंभकर्ण के पुतले देखने को मिलेंगे, यहां राम लीला सोसायटी द्वारा शाम 8 बजे के बाद रामलीले का आयोजन भी किया जाता है।