नयी दिल्ली, चार अप्रैल दिल्ली विश्वविद्यालय शिक्षक संघ (डूटा) ने रविवार को कहा कि ‘‘अगर विश्वविद्यालय कर्मचारियों और कॉलेजों के हितों की रक्षा के लिए ठोस कदम नहीं उठाता है’’ तो वह 12 अप्रैल से हड़ताल करेगा।
डूटा वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारियों की नियुक्ति और दिल्ली सरकार द्वारा वित्त पोषित डीयू के 12 कॉलेजों में ‘पैटर्न ऑफ असिस्टेंस’ दस्तावेज के मुद्दे पर तीन सप्ताह से विरोध प्रदर्शन कर रहा है।
डीयू के कार्यवाहक कुलपति पी सी जोशी को लिखे पत्र में डूटा ने मांग की कि विश्वविद्यालय यह सुनिश्चित करने के लिए ठोस कदम उठाए कि 12 कॉलेज डीयू अधिनियम और अध्यादेशों के मुताबिक ही संचालित किए जाएं।
पत्र में कहा गया,‘‘ यह निर्णय लिया गया था और स्टाफ संघ को इससे अवगत कराया गया था कि शिक्षक एक अप्रैल 2021 से शिक्षण कार्य प्रारंभ कर देंगे, और अगर विश्वविद्यालय कर्मचारियों और कॉलेजों के हितों की रक्षा के लिए ठोस कदम नहीं उठाता है तो डूटा 12 अप्रैल से हड़ताल करेगा।’’
पत्र में कहा गया है, ‘‘डूटा कार्यकारिणी आगे मांग करती है कि पैटर्न ऑफ असिस्टेंस और डीयू के 12 कॉलेजों में वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारियों की नियुक्ति के विरोध में प्रस्ताव परित करने के लिए विश्वविद्यालय कार्यकारी परिषद की आपात बैठक बुलाए।
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