व्यक्तित्व परीक्षण बोर्ड को अभ्यर्थियों की जाति से अवगत नहीं कराएं:दिल्ली के मंत्री ने यूपीएससी से कहा
By भाषा | Updated: July 16, 2021 20:33 IST2021-07-16T20:33:55+5:302021-07-16T20:33:55+5:30

व्यक्तित्व परीक्षण बोर्ड को अभ्यर्थियों की जाति से अवगत नहीं कराएं:दिल्ली के मंत्री ने यूपीएससी से कहा
नयी दिल्ली, 16 जुलाई संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) के व्यक्तित्व परीक्षण (इंटरव्यू) में जाति अधारित भेदभाव की शिकायतों के बीच दिल्ली के समाज कल्याण मंत्री राजेंद्र पाल गौतम ने शुक्रवार को आयोग को पत्र लिख कर सुझाव दिया कि इंटरव्यू बोर्ड को अभ्यर्थियों की जाति से अवगत नहीं कराया जाना चाहिए।
उन्होंने यह भी सुझाव दिया कि इंटरव्यू देने वाले अभ्यर्थियों का चयन आरक्षित और सामान्य श्रेणी के अभ्यर्थियों को अलग-अलग हिस्सों में बांटने के बजाय पूर्वनिर्धारित योजना के बगैर किया जाए।
उन्होंने यूपीएससी अध्यक्ष प्रदीप कुमार जोशी को लिखे एक पत्र में कहा, ‘‘कई अभ्यर्थियों ने आरोप लगाया है कि आरक्षित श्रेणी के अभ्यर्थियों को व्यक्तित्व परीक्षण का अंक देने में प्रणालीगत भेदभाव है। ’’
मंत्री ने व्यक्तित्व परीक्षण प्रक्रिया के दौरान आरक्षित श्रेणी के अभ्यर्थियों के खिलाफ भेदभाव रोकने के लिए उठाये गये कदमों से भी यूपीएससी को अवगत कराने कहा।
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