मुठभेड़ क्षेत्रों में नहीं जाएं, क्योंकि वहां विस्फोटक सामग्रियों के कहीं भी रखे होने का खतरा, कश्मीर में पुलिस ने दी सलाह
By भाषा | Published: November 26, 2019 03:11 PM2019-11-26T15:11:21+5:302019-11-26T15:11:21+5:30
सोमवार को जम्मू-कश्मीर के पुलवामा जिले में सुरक्षा बलों और आतंकवादियों के बीच मुठभेड़ में दो आतंकवादी मारे गए थे। एक पुलिस प्रवक्ता ने कहा कि नागरिकों से मुठभेड़ क्षेत्र में नहीं जाने का अनुरोध किया गया है क्योंकि कहीं भी विस्फोटक सामग्री पड़ी होने की आशंका के कारण यह क्षेत्र खतरनाक साबित हो सकता है।
जम्मू-कश्मीर पुलिस ने एक परामर्श जारी कर घाटी के लोगों को सलाह दी है कि वे मुठभेड़ क्षेत्रों में नहीं जाएं क्योंकि वहां विस्फोटक सामग्रियों के कहीं भी रखे होने का खतरा है।
यह परामर्श ऐसे समय में जारी किया गया है, जब सोमवार को जम्मू-कश्मीर के पुलवामा जिले में सुरक्षा बलों और आतंकवादियों के बीच मुठभेड़ में दो आतंकवादी मारे गए थे। एक पुलिस प्रवक्ता ने कहा कि नागरिकों से मुठभेड़ क्षेत्र में नहीं जाने का अनुरोध किया गया है क्योंकि कहीं भी विस्फोटक सामग्री पड़ी होने की आशंका के कारण यह क्षेत्र खतरनाक साबित हो सकता है।
उन्होंने बताया कि मारे गए आतंकवादियों के शव मुठभेड़ स्थल से बरामद कर लिए गए हैं। आतंकवादियों की पहचान करने और यह पता लगाने की कोशिश की जा रही है कि उनका संबंध किस आतंकवादी संगठन से है। प्रवक्ता ने बताया कि लोगों से अनुरोध है कि वे इलाके की पूरी तरह जांच होने और सभी विस्फोटक सामग्रियों को हटाए जाने तक पुलिस के साथ सहयोग करें।
जम्मू-कश्मीर में दरगाहों की सुरक्षा बढ़ाने का डीजीपी को निर्देश
जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल गिरीश चंद्र मुर्मू ने दक्षिण कश्मीर के त्राल में सूफी दरगाह को आग के हवाले करने की कोशिश की मंगलवार को निंदा की और पुलिस प्रमुख से केंद्र शासित प्रदेश की सभी दरगाहों की सुरक्षा कड़ी करने को कहा।
पुराने त्राल उपनगर के काउंसरबल (क्रूसबल) मोहल्ला में आग लगने की एक घटना हुई थी। वहां शरारती तत्वों ने 25-26 नवंबर की दरम्यानी रात को एक स्थानीय मस्जिद से सटी दरगाह में आग लगा दी थी। एक आधिकारिक प्रवक्ता ने बताया कि उपराज्यपाल ने इस “कायराना” कृत्य की निंदा करते हुए कहा कि ऐसी हरकतें लोगों में गुस्सा पैदा करने और उनकी भावनाओं को आहत करने के लिए की जाती हैं लेकिन उन्हें बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा कि इस घृणित कार्य को अंजाम देने वालों को बख्शा नहीं जाएगा और कानून के हवाले किया जाएगा।
प्रवक्ता ने बताया कि पुलिस ने दोषियों को पकड़ने के लिए खोज शुरू कर दी है। मुर्मू ने लोगों से शांति बनाए रखने और अफवाहों पर यकीन न करने की अपील की है। साथ ही उपराज्यपाल ने पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) को पूरे जम्मू-कश्मीर की दरगाहों की सुरक्षा कड़ी करने का निर्देश भी दिया। अधिकारी ने कहा कि मुर्मू ने कश्मीर के संभागीय आयुक्त को क्षतिग्रस्त सूफी दरगाह की मरम्मत कर उसे मूल रूप में वापस लाने के लिए तत्काल कदम उठाने को भी कहा है।