वेल्लोरः तमिलनाडु विधानसभा चुनावों के बीच डीएमके प्रमुख एमके स्टालिन के दामाद सबारीसन के परिसर में आयकर विभाग ने छापेमारी की। तमिलनाडु विधानसभा चुनाव के लिए बस कुछ ही दिन बचे हैं।
सबारीसन के स्वामित्व वाली चार संपत्तियों पर आईटी ने रेड मारी। सबारीसन स्टालिन के करीबी सलाहकार रहे हैं और डीएमके के लिए एक महत्वपूर्ण रणनीतिकार के रूप में जाने जाते हैं। पिछले महीने, DMK नेता ईवी वेलु के परिसर पर छापेमारी की गई थी।
सूत्रों के मुताबिक इसमें द्रमुक सुप्रीमो एमके स्टालिन के दामाद सबारीसन का कोस्ट साइड रेजिडेंस भी शामिल है। आयकर विभाग ने जिन जगहों पर छापेमारी की है उनमें द्रमुक के अन्नानगर के उम्मीदवार मोहन के बेटे का घर भी शामिल है। बताया जा रहा है कि सबरीमन के जिस घर पर छापेमारी हुई है वहां चुनाव रणनीतिकार प्रशांत किशोर द्रमुक नेताओं के साथ अहम बैठक करते थे।
द्रमुक ने पहले दावा किया था कि पिछले कुछ दिनों में पार्टी के नेताओं के घर पर जो छापेमारी हुई है वह भाजपा राजनीतिक कारणों से करवा रही है। द्रमुक के मजबूत स्तंभ कहे जाने वाले ई. वी. वेलु के घर पर कुछ दिनों पहले ही छापेमारी हुई थी। आयकर विभाग ने वेलु के गृहनगर तिरुनमलाई में 10 ठिकानों पर छापेमारी की थी और नकदी जब्त किया था, राज्य में 6 अप्रैल को 234 सीटों के लिए वोटिंग होनी है।
आयकर अधिकारियों ने 10 से अधिक स्थानों पर तलाशी ली। जानकारी के अनुसार, आयकर की छापेमारी एक नीलांगाराई में स्थित घर चल रही है, जहां स्टालिन की बेटी सेंथमराई अपने पति सबारीसन के साथ रहती हैं। द्रमुक के महासचिव दुरईमुर्गन ने कहा था कि जिस कमरे में द्रमुक प्रमुख एमके स्टालिन रुके थे, उसी कमरे में तलाशी ली गई थी।
स्टालिन ने कहा कि “मैं मोदी को बता रहा हूं, यह डीएमके है। इसे मत भूलना मैं करुणानिधि का बेटा हूं मैं ऐसी चीजों के बारे में नहीं डरता। मैंने मीसा और आपातकाल को देखा है। इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि आप कितने छापे मारते हैं। हम डरे नहीं। चुनाव के लिए केवल तीन-चार दिन हैं। उन्हें लगता है कि किसी तरह वे हमें डरा सकते हैं और हमें घर पर रखने के लिए धमका सकते हैं। यह DMK के साथ नहीं होगा।”
द्रमुक प्रमुख स्टालिन की बेटी के आवास पर ‘आयकर तलाशी’ के लिए केंद्र सरकार की निंदा की
तमिलनाडु में द्रमुक ने पार्टी प्रमुख एम के स्टालिन की बेटी सेंथामराई के चेन्नई स्थित आवास पर आयकर अधिकारियों द्वारा की गई ‘तलाशी’ को लेकर केंद्र सरकार की निंदा करते हुए आरोप लगाया कि यह ‘राजनीतिक उद्देश्य’ से प्रेरित है। पार्टी के महासचिव दुरईमुरुगन ने कहा कि ऐसे समय में जब पार्टी चुनाव प्रचार पूरा करने के चरण में है और मतदान का रास्ता देख रही तो आयकर अधिकारियों ने पार्टी प्रमुख स्टालिन की बेटी सेंथामराई के आवास पर ‘राजनीतिक उद्देश्य’ से तलाशी ली।
अभी तक आयकर अधिकारियों ने इस तलाशी की न तो पुष्टि की है और न ही इससे इनकार किया है। यहां संवाददाताओं से बातचीत में दुरईमुरुनग ने दावा किया कि केंद्र ने दरअसल ‘गलत धारणा’ बनाई कि चुनाव से ठीक पहले तलाशी से स्टालिन, उनका परिवार और पार्टी स्तब्ध रह जाएगी और चुनाव की तैयारियां कमजोर पड़ेंगी। उन्होंने कहा, ‘‘ द्रमुक ऐसी पार्टी नहीं है, जिसे तलाशी से डराया जा सके।’’ उन्होंने कहा कि पार्टी ने पहले भी ऐसी घटनाएं देखीं हैं और वह इससे प्रभावित नहीं होगी।
उन्होंने कहा कि हाल में पार्टी नेता ए वी वेलु से जुड़े परिसरों में आयकर विभाग ने तलाशी ली थी और अब सेंथामराई के आवास की तलाशी हुई है। केंद्र सरकार का इस तरह का चाल चलना न तो ‘लोकतांत्रिक है और न ही ईमानदार राजनीति’ है और वह इस कदम की निंदा करते हैं।
उन्होंने कहा कि अगर पार्टी इस तरह की तलाशी से डरती तो काफी पहले ही ‘खत्म’ हो गई होती। इस तरह के कदमों से पार्टी अपने इरादे में और मजबूत होती है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने यह सोचा होगा कि स्टालिन अपनी प्यारी बेटी को दुखी नहीं देख पाएंगे लेकिन द्रमुक अध्यक्ष ‘पार्टी के लाखों कार्यकर्ताओं के नेता’ हैं और वह ‘ बहादुर शेर’ हैं।
उनसे जब राज्य में भाजपा की सहयोगी पार्टी अन्नाद्रमुक और अन्य पार्टियों के के नेताओं से जुड़े परिसरों में भी तलाशी लेने के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि द्रमुक के लोगों के यहां छापेमारी उन्हें डराने के लिए की गई तथा बाकी अन्य तो ढकोसला है।