देश में कोविड से जुड़े प्रतिबंधों और पटाखों पर पाबंदी के बीच मनाई गई दिवाली
By भाषा | Updated: November 4, 2021 22:23 IST2021-11-04T22:23:21+5:302021-11-04T22:23:21+5:30

देश में कोविड से जुड़े प्रतिबंधों और पटाखों पर पाबंदी के बीच मनाई गई दिवाली
नयी दिल्ली, चार नवंबर भारत में कोविड-19 से जुड़े प्रतिबंधों और कुछ राज्यों में पटाखों पर पाबंदी के बीच बृहस्पतिवार को दिवाली पर भवनों को दीयों और रंग-बिरंगे प्रकाश से जगमग किया गया। इस अवसर पर लोगों ने नए और पारंपरिक परिधान पहनकर एक दूसरे को मिठाइयां भेंट की और शुभकामनाएं दीं।
मंदिरों में पहुंचे लोगों ने सामाजिक दूरी का पालन किया और बहुत से लोगों ने शुभकामना संदेश भेजने के लिए डिजिटल माध्यम का सहारा लिया। देश में आज कोविड के उपचाराधीन मरीजों की संख्या पिछले 253 दिन में सबसे कम दर्ज की गई।
हिन्दुओं के सबसे लोकप्रिय त्योहारों में शामिल दिवाली का संबंध उस दिन से है, जब भगवान राम, लंका नरेश रावण का वध करने के बाद अपनी पत्नी सीता और भाई लक्ष्मण के साथ अयोध्या लौटे थे। इस पर्व को बुराई पर अच्छाई की विजय के रूप में भी मनाया जाता है।
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिवाली के अवसर पर लोगों को शुभकामनाएं दी और उनकी खुशहाली तथा समृद्धि की कामना की। कई राजनीतिक दलों ने नेताओं ने भी दिवाली की शुभकामनाएं दी।
प्रधानमंत्री मोदी ने दिवाली पर जम्मू कश्मीर के राजौरी जिले के नौशेरा सेक्टर में सैनिकों से मुलाकात की। उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू ने भारतीय सैनिकों के सम्मान में दीया जलाया।
वहीं, राष्ट्रीय राजधानी के आसमान में पटाखों के धुएं का गुबार छा गया। विशेषज्ञों का दावा है कि आधी रात तक दिल्ली का वायु गुणवत्ता सूचकांक ‘गंभीर’ श्रेणी में आ जाएगा।
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने अपनी पत्नी और मंत्रिमंडल के मंत्रियों के साथ त्यागराज स्टेडियम में दिवाली पूजा की। इस अवसर पर अयोध्या में निर्माणाधीन राम मंदिर की प्रतिकृति वाला मंच स्टेडियम में बनाया गया था।
पंजाब और हरियाणा में श्रद्धालु मंदिरों और गुरुद्वारों में कतारबद्ध दिखाई दिए। पंजाब में दिवाली के दिन बंदी छोड़ दिवस मनाया जाता है।
इस दिन 1620 में 52 राजाओं के साथ छठे गुरु, गुरु हरगोविंद को मुगलों की जेल से रिहा किया गया था। रिहा किये जाने के बाद गुरु हरगोविंद अमृतसर में स्वर्ण मंदिर पहुंचे थे और इस अवसर पर शहर को रौशनी से सजाया गया था।
पंजाब में आज रात आठ बजे से दस बजे के बीच ही केवल हरित पटाखे जलाने की अनुमति दी गई थी। चंडीगढ़ में पटाखों की बिक्री और प्रयोग पर पूर्ण प्रतिबंध था।
पश्चिम बंगाल में सुबह से ही काली पूजा मनाई गई और लोगों ने मंदिरों में दर्शन किये। ओडिशा में पुरी जिला प्रशासन ने जगन्नाथ मंदिर के आसपास निषेधाज्ञा लागू की थी ताकि भीड़भाड़ न हो सके। गोवा में नरकासुर का पुतला दहन कर दिवाली का पर्व मनाया गया।
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज चौहान ने उन लोगों के साथ दिवाली मनाने का निर्णय लिया, जिन्होंने कोविड के कारण अपने माता या पिता को खो दिया।
उत्तराखंड के राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल (सेवानिवृत्त) गुरमीत सिंह और मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सीमावर्ती गांव माना में सैनिकों संग दिवाली मनाई।
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