Dhupguri assembly seat bypoll 2023: उत्तर बंगाल में धूपगुड़ी विधानसभा क्षेत्र में सीएम ममता बनर्जी ने भाजपा को झटका दिया है। तृणमूल कांग्रेस ने उपचुनाव में पश्चिम बंगाल के जलपाईगुड़ी जिले की धुपगुड़ी विधानसभा सीट भाजपा से छीन ली है। तृणमूल कांग्रेस ने 2016 में इस सीट से जीत दर्ज की थी लेकिन 2021 के चुनाव में भाजपा ने यह सीट उससे छीन ली थी।
पश्चिम बंगाल के धुपगुड़ी में तृणमूल कांग्रेस के निर्मल चंद्र रॉय ने भाजपा के तापसी रॉय को 4313 वोट से हराया। तृणमूल कांग्रेस, भाजपा और कांग्रेस समर्थित मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के बीच त्रिकोणीय मुकाबला हो रहा था। झारखंड, केरल, त्रिपुरा, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड और पश्चिम बंगाल में सात उप-चुनावों के लिए वोटों की गिनती आज सुबह 8 बजे शुरू हुई।
पश्चिम बंगाल के जलपाईगुड़ी जिले की धूपगुड़ी विधानसभा सीट पर शुक्रवार को सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस ने जीत दर्ज की। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। अधिकारियों ने बताया कि पेशे से प्रोफेसर तृणमूल कांग्रेस के निर्मल चंद्र रॉय ने 4,313 से अधिक मतों के अंतर से अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की तापसी रॉय को हराया।
उन्हें 96,961 वोट मिले जबकि प्रतिद्वद्वी तापसी रॉय को 92,648 वोट मिले। तापसी रॉय जम्मू-कश्मीर में 2021 में आतंकवादी हमले में शहीद हुए केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के जवान की पत्नी हैं। उन्होंने बताया कि तीसरे स्थान पर कांग्रेस समर्थित मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) के उम्मीदवार ईश्वर चंद्र रॉय रहे। उन्हें 13,666 वोट मिले।
तृणमूल कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी ने कहा कि धूपगुड़ी के लोगों ने नफरत और कट्टरता से ऊपर विकास की राजनीति को अपनाया। उन्होंने ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, ‘‘लोगों से जुड़ने के अथक प्रयासों के लिए अखिल भारतीय तृणमूल कांग्रेस (एआईटीसी) के प्रत्येक कार्यकर्ता को सलाम। हम धूपगुड़ी के संपूर्ण विकास को सुनिश्चित करने में कोई कसर नहीं छोड़ने के लिए प्रतिबद्ध हैं।’’
भाजपा के बिष्णु पद रे ने 2021 के विधानसभा चुनाव में इस सीट पर जीत दर्ज की थी और 25 जुलाई को उनके निधन के कारण उपचुनाव आवश्यक हो गया था। उत्तर बंगाल विश्वविद्यालय के जलपाईगुड़ी द्वितीय परिसर में कड़ी सुरक्षा के बीच मतगणना हुई। उपचुनाव के लिए मतदान पांच सितंबर को हुआ था और 78 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया था।
पांच सीटों पर मौजूदा विधायकों की मृत्यु के कारण उपचुनाव जरूरी हो गया, जबकि दो अन्य विधायकों ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया। छह राज्यों की सात विधानसभा सीटों पर हो रहे उपचुनाव के लिए मंगलवार वोट डाले गए थे। केंद्र में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) का एकजुट होकर मुकाबला करने के लिए विपक्षी दलों द्वारा गठित ‘इंडिया’ गठबंधन का यह पहली चुनावी परीक्षा मानी जा रही है।