मथुरा (उप्र), 10 नवम्बर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के वृंदावन आने से पूर्व मंगलवार को नजरबंद किए गए और हिरासत में लिए गए राजनीतिक दलों के नेताओं एवं किसान नेताओं को मुख्यमंत्री का दौरा पूर्ण होने के पश्चात बुधवार को छोड़ दिया गया।
आदित्यनाथ के मथुरा आने का कार्यक्रम तय होने के बाद समाजवादी पार्टी (सपा), राष्ट्रीय लोकदल छात्र सभा, भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) और निषाद संघ ने विभिन्न मुद्दों को लेकर विरोध जताने के लिए मुख्यमंत्री को काले झंडे दिखाने की घोषणा की थी। इसके बाद पुलिस ने घोषणा करने वाले नेताओं को मंगलवार को ही या तो नजरबंद कर लिया या फिर हिरासत में ले लिया था और मुख्यमंत्री के लखनऊ रवाना हो जाने के बाद उन्हें बुधवार को छोड़ दिया गया।
पुलिस अधीक्षक (शहर) मार्तण्ड प्रकाश सिंह ने बताया कि शांति भंग होने की आशंका के तहत इन नेताओं के विरुद्ध तात्कालिक कार्रवाई की गई थी, लेकिन ऐसी कोई सम्भावना समाप्त हो जाने के बाद उन्हें छोड़ दिया गया।
सपा की जिला इकाई के अध्यक्ष लोकमणिकांत जादौन को उनके घर में ही नजरबंद कर लिया गया था और सपा के नेता मुन्ना मलिक, साधना शर्मा, गुड्डू खान, भारत भूषण, राघवेंद्र सिंह और देवेंद्र रघुवंशी के अलावा भाकियू नेता पवन चतुर्वेदी को विभिन्न स्थानों से हिरासत में लिया गया था। रालोद छात्र सभा के ब्रजक्षेत्र अध्यक्ष विश्वेंद्र चौधरी को भी गोविंद नगर पुलिस ने हिरासत में लिया था।
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