बंगाल BJP प्रमुख दिलीप घोष का बयान, 'देसी गायों के दूध में होता है सोना, विदेशी गायें हमारी माता नहीं आंटी'
By अभिषेक पाण्डेय | Published: November 5, 2019 03:07 PM2019-11-05T15:07:12+5:302019-11-05T15:08:10+5:30
Dilip Ghosh: पश्चिम बंगाल बीजेपी प्रमुख दिलीप घोष ने कहा है कि देसी गायों के दूध में सोना होता है और विदेशी गायें हमारी आंटियां होती हैं
पश्चिम बंगाल बीजेपी अध्यक्ष दिलीप घोष ने कहा कि देश की गायों के दूध में सोना होता है। उन्होंने ये भी कहा कि विदेशी गाएं हमारी गौमाता नहीं बल्कि आंटियां हैं।
एएनआई के मुताबिक दिलीप घोष ने वर्धमान में सोमवार को आयोजित गोपा अष्टमी कार्यक्रम में कहा, 'हमारी गायों के पास एक विशेष गुण है। उनके दूध में सोना मिला होता है और इसीलिए उनके दूध का रंग सुनहरा होता है। उनमें एक नाड़ी होती है, जो उन्हें सूरज की रोशनी की मदद से सोना पैदा करने में मदद करती है। इसलिए हमें देसी गायों को रखना होगा। अगर हम देसी गायों का दूध पीते हैं तो स्वस्थ्य बनेंगे और रोगों से दूर रहेंगे।'
विदेशी गायें गौमाता नहीं, आंटियां
घोष ने कहा कि विदेशी गायें गौमाता नहीं होती हैं। उन्होंने कहा, गायों की जिन नस्लों को हम विदेश से लाते हैं वे गाय नहीं हैं। वे एक प्रकार की जानवर हैं। वे विदेशी जानवर गाय जैसे नहीं लगते। वे हमारी गौमात नहीं हैं, वे हमारी आंटियां हैं। देश के लिए ये अच्छा नहीं है, अगर हम ऐसी आंटियों की पूजा करें।
दिलीप घोष ने कहा, 'गाय हमारी माता है, हम गाय का दूध पीकर जिंदा रहते हैं, इसलिए अगर कोई माता से दुर्व्यहार करे, तो मैं उनके साथ वैसा ही व्यवहार करूंगा जैसा कि उसके साथ होना चाहिए। भारत की पवित्र भूमि पर गायों को मारना और उनका गोमांस महा अपराध है।'
Dilip Ghosh, BJP West Bengal President: Cow is our mother, we stay alive by consuming cow milk, so if anyone misbehaves with my mother, I will treat them the way they should be treated. On the holy soil of India killing cows & consuming beef is a crime. (4.11.19) https://t.co/djiB8c2cYR
— ANI (@ANI) November 5, 2019
बुद्धिजीवी कुत्ते का भी मांस खाएं: दिलीप घोष
दिलीप घोष ने 'बुद्धिजीवियों' पर हमला करते हुए कहा कि वे लोग सड़क पर खड़े होकर गांय का मांस खाते हैं, तो कुत्ते का क्यों नहीं खाते।
कोलकाता से 100 किमी दूर स्थिति वर्धमान में गोपा अष्टमी के अवसर पर एकत्रित जनसभा को संबोधित करते हुए घोष ने कहा, 'कुछ बुद्धिजीवी सड़क पर खड़े होकर गोमांस खाते हैं, मैं उनसे कहता हूं कि सिर्फ गाय ही क्यों, कुत्ते का भी मांस खाइए, वे जिस भी जानवर को खाएं, उनका स्वास्थ्य ठीक रहेगा, लेकिन सड़कों पर ही क्यों? अपने घर के अंदर खाइए।'
ये पहली बार नहीं है जब घोष ने विवादित बयान दिया है। इससे पहले सितंबर में उन्होंने दावा किया था कि ये साबित करने के लिए दो लाख रुपये की रिश्वत दी जा रही थी कि लोग एनआरसी की वजह से आत्महत्या कर रहे हैं।
इससे पहले दिलीप घोष के खिलाफ इस साल की शुरुआत में उस बयान के लिए केस भी दर्ज किया गया था, जिसमें उन्होंने अपनी पार्टी कार्यकर्ताओं से तृणमूल कार्यकर्ताओं और पुलिस की पिटाई करने को कहा था। दिलीप घोष ने ये बयान टीएमसी और बीजेपी कार्यकर्ताओं के बीच राज्य में हो रही भिड़ंत के बाद दिया था।