नयी दिल्ली, आठ नवंबर कांग्रेस ने नोटबंदी के पांच साल पूरे होने के मौके पर सोमवार को केंद्र सरकार पर निशाना साधा और दावा किया कि इस कदम से देश की अर्थव्यवस्था इस कदर ध्वस्त हुई कि आजतक उठ नहीं सकी।
पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी वाद्रा ने यह सवाल किया कि अगर यह कदम सफल था तो फिर भ्रष्टाचार खत्म क्यों नहीं हुआ और आतंकवाद पर चोट क्यों नहीं हुई ?
उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘अगर नोटबंदी सफल थी तो भ्रष्टाचार खत्म क्यों नहीं हुआ ? कालाधन वापस क्यों नहीं आया ? अर्थव्यवस्था कैशलेस क्यों नहीं हुई ? आतंकवाद पर चोट क्यों नहीं हुई ? महंगाई पर अंकुश क्यों नहीं लगा ?’’
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जयराम रमेश ने ट्वीट किया, ‘‘पहले हमें बताया गया कि नोटबंदी का मकसद कैशलेस अर्थव्यवस्था है। जल्द ही सर्वज्ञानी ने पटरी बदल दी और कहा कि कैशलेस नहीं, बल्कि कम कैश है। अब चलन में नकदी नोटबंदी के पहले के समय के मुकाबले ज्यादा हो चुकी है।’’
उन्होंने आरोप लगाया कि हर बीतते साल के साथ यह और भी स्पष्ट होता जा रहा है कि आठ नवंबर, 2016 (नोटबंदी की घोषणा) दुनिया के आर्थिक इतिहास सबसे बड़ी नीतिगत गलती थी।
कांग्रेस प्रवक्ता गौरव वल्लभ ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘आज नोटबंदी की पांचवीं बरसी है। आर्थिक दृष्टि से भी आज एक महत्वपूर्ण दिन है, क्योंकि आज ही का वो काला दिन था वर्ष 2016 में, जब भारत की इकोनॉमी को ध्वस्त किया गया था, जिससे वो आज तक नहीं उठ पाई है।’’
गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आठ नवंबर, 2016 को नोटबंदी की घोषणा की थी। इसके तहत 1000 और 500 रुपये के नोट चलन से बाहर हो गए थे। फिर 2000 और 500 रुपये नये नोट जारी किए गए थे।
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