नई दिल्लीः बिहार के उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने बृहस्पतिवार को यहां केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की और दोनों नेताओं ने राज्य के विकास से जुड़े मुद्दों पर चर्चा की। पिछली सरकार में उपमुख्यमंत्री रहे चौधरी को नई सरकार के गठन के बाद भी इस पद पर बरकरार रखा गया है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने बृहस्पतिवार को कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में बिहार में नवगठित राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) सरकार राज्य में सुशासन सुनिश्चित करने के लिए और अधिक मजबूती से काम करेगी।
चौधरी ने राज्य में राजग सरकार के रोडमैप पर चर्चा करने के लिए राष्ट्रीय राजधानी में शाह से मुलाकात की, जिसके बाद शाह ने यह टिप्पणी की। शाह ने ‘एक्स’ पर लिखा, "बिहार की जनता ने राजग को भारी बहुमत दिया है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में, सरकार सुशासन सुनिश्चित करने और विकसित बिहार के 'विजन' को आगे बढ़ाने के लिए और अधिक मजबूती से काम करेगी।"
विधानसभा चुनाव में राजग की शानदार जीत के बाद उन्हें बिहार में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के विधायक दल का नेता भी चुना गया। बिहार की 243 सीट में से राजग ने 202 सीट हासिल कीं और अकेले भाजपा के खाते में 89 सीट आईं। वह राज्य में सबसे बड़े दल के रूप में उभरी। बिहार के नए मंत्रिमंडल में 14 मंत्री भाजपा कोटे से हैं।
बिहार पुलिस किसी भी हालत में अपराधियों को नहीं छोड़ेगी, 400 लोगों की पूरी रिपोर्ट न्यायालय को सौंपे
बिहार में नई सरकार बनते ही पुलिस-प्रशासन की चाल ढाल बदल गई है। सूबे में कानून-व्यवस्था को सुधारने के लिए एक के बाद एक बड़े फैसले लिए जा रहे हैं। इसी कड़ी में डीजीपी विनय कुमार ने बड़ी कार्रवाई के संकेत देते हुए बताया कि अपराध से कमाए गए धन पर नकेल कसने के लिए पुलिस ने 400 लोगों की पूरी फाइल तैयार कर ली है।
साथ ही इस फाइल को न्यायालय में सौंप दी गई है। इनमें भू-माफिया, बालू-माफिया और कई कुख्यात अपराधी शामिल हैं। आरोप है कि इन सबने अवैध कारोबार से करोड़ों की संपत्ति खड़ी की है। इसके अलावा नई सूची भी तैयार की जा रही है। कहा जा रहा है कि करीब 1300 ज्यादा लोगों के नाम इस सूची में है।
विनय कुमार ने बताया कि इन 400 लोगों की पूरी रिपोर्ट, साक्ष्य और कागजात न्यायालय को सौंप दिए गए हैं। जैसे ही कोर्ट से आदेश मिलता है, इनकी संपत्ति तुरंत जप्त कर ली जाएगी। ये बिहार में माफिया नेटवर्क पर अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई मानी जा रही है। उन्होंने यह भी खुलासा किया कि 1208 लोगों की एक और सूची तैयार की जा रही है।
इसमें भी बड़े स्तर के भू माफिया, अपराधी, बालू माफिया और अवैध कारोबार में शामिल लोग हैं। इनके खिलाफ भी केस बनाकर सभी दस्तावेज जल्द ही अदालत को सौंपे जाएंगे। कोर्ट की अनुमति के बाद इनकी संपत्ति पर भी सरकार कार्रवाई करेगी। डीजीपी ने साफ कहा कि बिहार पुलिस किसी भी हालत में अपराधियों को नहीं छोड़ेगी।
माफियाओं का राज खत्म करना सरकार की प्राथमिकता है। उन्होंने कहा कि कानून-व्यवस्था मजबूत करने के लिए हर स्तर पर सख्त कदम उठाए जाएंगे और जरूरत पड़ी तो बड़ी से बड़ी कार्रवाई की जाएगी। प्राप्त जानकारी के अनुसार, कई जिलों में माफिया की पहचान की जा चुकी है।
इनमें लैंड माफिया, शराब माफिया, एक्सटॉर्शन गिरोह, हथियार तस्कर और राजनीतिक संरक्षण में पल रहे अपराधी शामिल हैं। जेलों में भी विशेष निगरानी बढ़ाई जा रही है, ताकि वहां से कोई अपराध संचालन न हो सके।