प्रदूषण से बेहाल दिल्ली में हेल्थ एमर्जेंसी घोषित, दिल्ली-एनसीआर में निर्माण कार्यों, पटाखों पर बैन
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: November 1, 2019 01:45 PM2019-11-01T13:45:12+5:302019-11-01T13:45:12+5:30
Delhi pollution: EPCA ने दिल्ली में स्वास्थ्य आपातकाल घोषित करते हुए 5 नवंबर तक दिल्ली, नोएडा, गाजियाबाद, गुरुग्राम और ग्रेटर नोएडा में निर्माण पर पूरी तरह से रोक लगा दी है
प्रदूषण की धुंध में लिपटी देश की राजधानी दिल्ली में कई जगहों पर एयर क्वॉलिटी इंडेक्स के 500 के पार पहुंचने के बाद शुक्रवार को सुप्रीम कोर्ट द्वारा गठित एक पैनल ने दिल्ली-एनसीआर में जन स्वास्थ्य आपातकाल (हेल्थ इमर्जेंसी) घोषित कर दिया।
पर्यावरण प्रदूषण (रोकथाम व नियंत्रण) प्राधिकरण (EPCA) ने दिल्ली में स्वास्थ्य आपातकाल घोषित करते हुए 5 नवंबर तक दिल्ली, नोएडा, गाजियाबाद, गुरुग्राम और ग्रेटर नोएडा में निर्माण पर पूरी तरह से रोक लगा दी है। साथ ही सर्दियों में पटाखे जलाने पर भी बैन लगाया गया है।
दिल्ली-एनसीआर में बेहद गंभीर श्रेणी में पहुंची वायु गुणवत्ता
ईपीसीए के अध्यक्ष भूरे लाल ने कहा, 'उत्तर प्रदेश, हरियाणा और दिल्ली के मुख्य सचिवों को लिखे पत्र में कहा कि गुरुवार रात दिल्ली-एनसीआर में वायु गुणवत्ता बहुत खराब हो गई और वह अब ‘बेहद गंभीर’ श्रेणी में पहुंच गई है।
उन्होंने पत्र में कहा, ‘‘हम इसे एक जन स्वास्थ्य आपातकाल की तरह ले रहे हैं क्योंकि वायु प्रदूषण का स्वास्थ्य पर गंभीर प्रभाव होगा , विशेषकर बच्चों के स्वास्थ्य पर ..।’’
दिल्ली में छाई प्रदूषण की चादर पर मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली को 'गैस चेंबर' बताते हुए कहा कि उनकी सरकार शुक्रवार से दिल्ली के निजी और सरकारी स्कूलों में 50 लाख मास्क बांटने का काम कर रही है।
शुक्रवार को दिल्ली के इन पांच क्षेत्रों में एयर क्वॉलिटी इंडेक्स सबसे खराब रहा
बवाना: 500
दिल्ली तकनीकी विश्वविद्याल: 500
अशोक विहार: 499
सेक्टर 62, नोएडा: 499
आनंद विहार: 498
(PTI इनपुट्स के साथ)