लाइव न्यूज़ :

दिल्ली में ठंड ने समय से पहले दी दस्तक! अक्टूबर में न्यूनतम तापमान का 26 साल का रिकॉर्ड टूटा

By रामदीप मिश्रा | Updated: October 30, 2020 07:06 IST

मौसम विभाग के वरिष्ठ वैज्ञानिक ने कहा कि इस बार इतना कम न्यूनतम तापमान होने का कारण आसमान में बादलों का नहीं छाए रहना है। आसमान में बादल छाए रहने के कारण पृथ्वी से परावर्तित होने वाली अवरक्त (इंफ्रारेड) किरणों में कुछ किरणें बादलों के कारण वापस आ जाती हैं और इससे धरती गर्म हो जाती है। 

Open in App
ठळक मुद्देराष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में गुरुवार को न्यूनतम तापमान 12.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जोकि 26 साल में सबसे कम है। हर साल इस समय सामान्य न्यूनतम तापमान 15-16 डिग्री सेल्सियस रहता है।

नई दिल्लीःमौसम विभाग (IMD) के वैज्ञानिकों ने कहा कि राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में गुरुवार को न्यूनतम तापमान 12.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जोकि 26 साल में सबसे कम है। हर साल इस समय सामान्य न्यूनतम तापमान 15-16 डिग्री सेल्सियस रहता है। साथ ही साथ वायु प्रदूषण भी बढ़ता जा रहा है और दिल्ली की हवा खराब हो गई है। 

मौसम विभाग के क्षेत्रीय पूर्वानुमान केंद्र के प्रमुख कुलदीप श्रीवास्तव का कहना है कि इससे पहले वर्ष 1994 में दिल्ली में इतना कम तापमान दर्ज किया गया था। आखिरी बार 31 अक्टूबर, 1994 को दिल्ली में न्यूनतम तापमान 12.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था। शहर में अक्टूबर माह में सर्वकालिक न्यूनतम तापमान(9.4 डिग्री सेल्सियस) 31 अक्टूबर, 1937 को दर्ज किया गया था। 

मौसम विभाग के वरिष्ठ वैज्ञानिक ने कहा कि इस बार इतना कम न्यूनतम तापमान होने का कारण आसमान में बादलों का नहीं छाए रहना है। आसमान में बादल छाए रहने के कारण पृथ्वी से परावर्तित होने वाली अवरक्त (इंफ्रारेड) किरणों में कुछ किरणें बादलों के कारण वापस आ जाती हैं और इससे धरती गर्म हो जाती है। 

श्रीवास्तव ने कहा कि एक अन्य कारण शांत हवाएं हैं, जिसके कारण धुंध और कोहरा छाता है। एक नवंबर तक न्यूनतम तापमान गिर कर 11 डिग्री सेल्सियस तक होने की संभावना है।

आईएमडी के पर्यावरण निगरानी अनुसंधान केंद्र के प्रमुख वीके सोनी ने कहा कि कम तापमान और कम हवा की गति भी शहर में वायु प्रदूषण को बढ़ाती है, जोकि हर साल सर्दियों की शुरुआत के साथ एक वार्षिक स्वास्थ्य संकट बन गया है। प्रदूषण के स्तर को निर्धारित करने में तापमान बहुत बड़ी भूमिका निभाता है। यदि सुबह का तापमान कम होता है तो प्रदूषण के कण जमीन के करीब फंस जाते हैं। कम तापमान एक कारण था जिसने गुरुवार को प्रदूषण का स्तर तक पहुंच गया।

राष्ट्रीय राजधानी में वायु गुणवत्ता का स्तर गुरुवार की सुबह 'गंभीर' श्रेणी के नजदीक पहुंच गया था। हवा की गति धीमी होने और पराली इत्यादि जलाने की घटनाएं बढ़ने से प्रदूषण के स्तर में वृद्धि देखी गई। शहर में पूर्वाह्न 11 बजे वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 397 दर्ज किया गया। चौबीस घंटे का औसत एक्यूआई बुधवार को 297, मंगलवार को 312, सोमवार को 353, रविवार को 349, शनिवार को 345 और शुक्रवार को 366 था। 

टॅग्स :मौसम रिपोर्टमौसमदिल्ली प्रदूषण
Open in App

संबंधित खबरें

भारतदिल्ली में बढ़ी ठंड?, नवंबर का सबसे ठंडा दिन रविवार, तापमान 24.3 डिग्री, मौसम विभाग ने जारी किया अलर्ट

स्वास्थ्यकश्‍मीर की हवा, कोयला जलाने की आदत, आंखों में जलन, गले में चुभन और सांस लेने में दिक्कत?

विश्वदुनियाभर में आफत?, हांगकांग में आग, 128 मरे, थाईलैंड में बाढ़ से 145 की मौत और श्रीलंका में बाढ़-भूस्खलन से 56 की मौत

भारतDelhi Air Pollution: दिल्ली में न्यूनतम तापमान औसत से नीचे, वायु प्रदूषण से कोई राहत नहीं

भारतDelhi Pollution: दिल्ली में ‘बहुत खराब’ AQI के बीच स्टेज 3 के तहत ग्रैप 4 के उपाय किए जाएंगे

भारत अधिक खबरें

भारतबिहार विधानमंडल के शीतकालीन सत्र हुआ अनिश्चितकाल तक के लिए स्थगित, पक्ष और विपक्ष के बीच देखने को मिली हल्की नोकझोंक

भारतBihar: तेजप्रताप यादव ने पूर्व आईपीएस अधिकारी अमिताभ कुमार दास के खिलाफ दर्ज कराई एफआईआर

भारतबिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का नाम हुआ लंदन के वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में दर्ज, संस्थान ने दी बधाई

भारत‘पहलगाम से क्रोकस सिटी हॉल तक’: PM मोदी और पुतिन ने मिलकर आतंकवाद, व्यापार और भारत-रूस दोस्ती पर बात की

भारतIndiGo Flight Cancel: इंडिगो संकट के बीच DGCA का बड़ा फैसला, पायलटों के लिए उड़ान ड्यूटी मानदंडों में दी ढील