Delhi Election Results 2025: बिहारकांग्रेस के कद्दावर नेता पूर्व केंद्रीय मंत्री रहे कटिहार के वर्तमान सांसद तारिक अनवर ने दिल्ली विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को एक भी सीट नहीं मिलने के बाद पार्टी नेतृत्व से बड़ा सवाल किया है। उन्होंने कांग्रेस के निराशाजनक प्रदर्शन पर अपनी पीड़ा व्यक्त करते हुए कांग्रेस नेतृत्व से पार्टी की रणनीति, भविष्य की योजना पर तमाम बातें स्पष्ट करने का तल्ख सवाल किया है। इसके लिए उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म का सहारा लिया है। पार्टी संगठन को लेकर भी कटिहार के सांसद की नाराजगी ट्वीट में दिखी है।
तारिक अनवर सोमवार को एक्स पर किए एक ट्वीट में लिखा है कि कांग्रेस को अपनी राजनीतिक रणनीति को स्पष्ट करने की जरूरत है। उन्हें तय करना होगा कि वे गठबंधन की राजनीति करेंगे या अकेले चलेंगे। तारिक अनवर ने पार्टी संगठन को लेकर अपनी नाराजगी जताई है। अपने इसी ट्वीट में उन्होंने आगे लिखा है कि पार्टी के संगठन में मूलभूत परिवर्तन करना भी जरूरी हो गया है।
उल्लेखनीय है कि तारिक अनवर का अपनी ही पार्टी से यह सवाल बिहारविधानसभा चुनाव के पहले आया है। बिहार में कांग्रेस का राजद और वामदलों के साथ गठबंधन हैं। लेकिन इस बार के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस कितने सीटों और किन सीटों पर चुनाव लड़ेगी यह अब तक तय नहीं है। तारिक अनवर ने इसी ओर संकेत देते हुए पार्टी से रणनीति स्पष्ट करने का सवाल किया है।
दरअसल, दिल्ली में कांग्रेस का खाता नहीं खुला। लेकिन पार्टी को 6 फीसदी से अधिक वोट मिले। कांग्रेस के निराशाजनक प्रदर्शन का बड़ा असर बिहार में हो सकता है। माना जा रहा है कि कांग्रेस के इस निराशाजनक प्रदर्शन के कारण बिहार में राजद अब कांग्रेस को कम सीटें देने की तैयारी में है। राजद सूत्रों का कहना है कि लालू यादव अभी तक कांग्रेस को 70 सीट देने के मूड में नहीं थे।
लालू-तेजस्वी कांग्रेस को 50 से भी कम विधानसभा सीट देने का मन बनाया था। माना जा रहा है कि कांग्रेस को लेकर राजद में भीतरखाने हो रही इसी चर्चा के कारण तारिक अनवर चिंतित है। साथ ही अभी से पार्टी द्वारा विधानसभा चुनाव लड़ने के लिए सीटों को तय नहीं करने से अंतिम समय में उम्मीदवारों को मतदाताओं से जुड़ाव बनाने में मुश्किल आ सकती है।
इससे बिहार में भी वैसा ही हो सकता है जैसा झटका कांग्रेस को दिल्ली में लगा। बता दें कि तारिक अनवर कटिहार से कांग्रेस के सांसद हैं। वे 1988 से 1989 तक बिहार प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष थे। वे 6 बार सांसद रह चुके हैं। वर्ष 1980 ,1984, 1996, 1998, 2014 और 2024 में कटिहार से सांसद रहे हैं। कांग्रेस के अतिरिक्त वे राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी में भी रहे और 2004 में राज्यसभा के लिए निर्वाचित हुए।
साथ ही केंद्र सरकार में मंत्री भी रहे हैं। ऐसे में राजनीतिक के जानकार भी सवाल उठा रहे हैं कि कांग्रेस के अंदर अगर कुछ गड़बड़ है या बदलाव की जरूरत कांग्रेस के नेताओं को महसूस हो रही है तो तारिक अनवर जैसे वरिष्ठ नेता जो पूर्व में केंद्रीय मंत्री और कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव तक रह चुके हैं उन्हें भला सोशल मीडिया पर आकर ये सलाह या नाराजगी क्यों प्रकट करनी पड़ रही है?