Delhi Election: बजट के तत्काल बाद प्रचार में जुट सकते हैं पीएम मोदी, बीजेपी ने कई नये चेहरों को दिया है मौका
By हरीश गुप्ता | Published: January 25, 2020 07:55 AM2020-01-25T07:55:23+5:302020-01-25T09:42:12+5:30
Delhi Assembly Elections 2020: केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने टिकटों का वितरण खुद किया है और गुरुवार को एक रोड शो भी किया. नये चेहरों को मौका देकर शाह ने भी जोखिम मोल लिया है.
1 फरवरी को लोकसभा में आम बजट पेश होने के तत्काल बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दिल्ली विधानसभा चुनाव के प्रचार में जुटने की संभावना है. कई नये चेहरों को मौका देने वाली भाजपा की उम्मीदें फिर एक बार मोदी के करिश्मे पर ही टिकी हैं. प्रधानमंत्री द्वारा दिल्ली में कई रैलियों को संबोधित किए जाने की संभावना है. केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने टिकटों का वितरण खुद किया है और गुरुवार को एक रोड शो भी किया. नये चेहरों को मौका देकर शाह ने भी जोखिम मोल लिया है.
मोदी से ही उम्मीदें बांधकर बैठने के कारण ही भाजपा ने किसी भी चेहरे को मुख्यमंत्री पद के दावेदार के तौर पर प्रचारित नहीं किया है. इसी रणनीति के तहत भाजपा ने मुख्यमंत्री पद के कथित दावेदारों मनोज तिवारी, गौतम गंभीर, मीनाक्षी लेखी, विजय गोयल सहित किसी भी वर्तमान सांसद को चुनावी मैदान में नहीं उतारा. नेतृत्व की राय में जब चुनाव मोदी के नाम पर ही लड़ा जाना है तो सांसदों को मैदान में उतारने का क्या मतलब है.
केजरीवाल के सामने नया चेहरा भाजपा ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के खिलाफ अनजान से उम्मीदवार सुनील यादव को मैदान में उतारा है. इसे भी वरिष्ठ नेताओं के लिए स्थानीय राजनीति से दूर रखने का संकेत माना जा रहा है. विजय जॉली, आरती मेहरा, विजय कुमार मल्होत्रा के बेटे अजय मल्होत्रा, मदनलाल खुराना के बेटे हरीश खुराना, सुधांशु मित्तल को चुनाव लड़ने की बजाय प्रचार में जुटने को कहा गया है.
भाजपा कार्यकर्ता उत्साहित एक वरिष्ठ भाजपा नेता ने दावा किया है राजधानी के शाहीन बाग में सीएए के खिलाफ जारी प्रदर्शन के कारण भाजपा के कार्यकर्ता और समर्थकों में भी जागरुकता और उत्साह आ गया है. माना जा रहा है कि बजट में कई कल्याणकारी योजनाओं के साथ मोदी-शाह की जोड़ी फिर एक बार दिल्ली में तख्तापलट कर सकती है.