डीपी त्रिपाठी के निधन पर नेताओं ने कहा- सलाहकार, मार्गदर्शक और दोस्त खो दिया, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने दी श्रद्धांजलि
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Updated: January 2, 2020 17:07 IST2020-01-02T17:07:40+5:302020-01-02T17:07:40+5:30
केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने एनसीपी नेता और पूर्व सांसद डीपी त्रिपाठी को श्रद्धांजलि दी। राकांपा नेता सुप्रिया सुले ने ट्वीट किया, ‘‘ डी. पी. त्रिपाठी जी के निधन से काफी दुखी हूं। वह राकांपा के महासचिव और हम सबके मार्गदर्शक थे।’’

राष्ट्रीय लोक दल के नेता जयंत चौधरी ने उन्हें एक शानदार वक्ता और योद्धा के रूप में याद किया।
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के नेता डीपी त्रिपाठी के निधन पर विभिन्न दलों के नेताओं ने शोक जताते हुए उन्हें सलाहकार, मार्गदर्शक और दोस्त बताकर याद किया। त्रिपाठी (67) का लंबी बीमारी के बाद गुरुवार को नयी दिल्ली में निधन हो गया। राकांपा के महासचिव एवं छात्र संघ के पूर्व नेता कैंसर से पीड़ित थे।
केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने एनसीपी नेता और पूर्व सांसद डीपी त्रिपाठी को श्रद्धांजलि दी। राकांपा नेता सुप्रिया सुले ने ट्वीट किया, ‘‘ डी. पी. त्रिपाठी जी के निधन से काफी दुखी हूं। वह राकांपा के महासचिव और हम सबके मार्गदर्शक थे।’’ सुले कहा, ‘‘ उन्होंने राकांपा की स्थापना के समय से हमें बहुमूल्य परामर्श और मार्गदर्शन दिया जिसे हम याद रखेंगे। ईश्चर उनकी आत्मा को शांति दे। मेरी संवेदनाएं उनके परिवार के साथ हैं।’’
Delhi: Defence Minister Rajnath Singh pays tribute to senior NCP leader & former MP, DP Tripathi. pic.twitter.com/ezkuuLAOKU
— ANI (@ANI) January 2, 2020
विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने उनके निधन पर शोक व्यक्त करते हुए उनके साथ विश्व मुद्दों पर की गई बातचीत को याद किया। उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘ डी. पी. त्रिपाठी के निधन से काफी दुखी हूं। 1973 में जेएनयू में दाखिला लेने के बाद से ही हम विश्व मुद्दों पर चर्चा करते रहे। खुले विचार वाले और व्यावहारिक। हम उन्हें बहुत याद करेंगे।’’
माकपा के महासचिव सीताराम येचुरी ने ट्वीट किया , ‘‘कॉमरेड, साथी छात्र, जीवन के सहयात्री और बहुत कुछ थे। विश्वविद्यालय के दिनों से लेकर उनके जीवन के अंतिम दिनों तक हमने संवाद किया, दलील दी, असहमत हुए और एकसाथ काफी कुछ सीखा। मेरे मित्र, आपकी कमी बहुत अधिक खलेगी। गहरी संवेदना प्रकट करता हूं।’’
राष्ट्रीय लोक दल के नेता जयंत चौधरी ने उन्हें एक शानदार वक्ता और योद्धा के रूप में याद किया। उन्होंने कहा, ‘‘ छात्र राजनीति से निकलकर अपनी शानदार भाषण कला और बुद्धिमता के दम पर डीपीटी (त्रिपाठी) ने पहचान बनाई। बीमारी और तमाम परेशानियों से लड़कर एक योद्धा के तौर पर पहचाने जाने वाले, त्रिपाठी जी एक अच्छे सलाहकार और एक ऐसे शख्स थे जिन्होंने अपने वादे पूरे किए और संबंधों को सहेजा।’’
कांग्रेस नेता मनीष तिवारी ने भी उन्हें एक ‘‘ दोस्त, दार्शनिक और मार्गदर्शक’’ के रूप में याद किया। उन्होंने लिखा, ‘‘ मेरे दोस्त दार्शनिक, मार्गदर्शक, अदम्य, प्रभावशाली डी.पी. त्रिपाठी नहीं रहे। प्रोफेसर, भगवान आपकी आत्मा को शांति दे। आप उस समय हमें छोड़कर चले गए जब देश को आपकी सबसे ज्यादा जरूरत थी।’’