दिल्ली विधानसभा चुनाव 2020 में आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता राघव चड्ढा राजेंद्र नगर चुनाव जीत गए हैं। चुनाव आयोग द्वारा जारी आकड़ों के मुताबिक उन्होंने आरपी सिंह को 20058 वोटों से शिकस्त दी।
जीत के बाद राघव चड्ढा ने कहा कि यह केजरीवाल मॉडल की जीत है। इस जीत से साबित हो गया है कि केजरीवाल आतंकवादी नहीं बल्कि सच्चे देशभक्त हैं।
इस सीट पर राघव चड्ढा का मुकाबला बीजेपी के सरदार आरपी सिंह और कांग्रेस के रॉकी तुषीद से था। दिल्ली विधानसभा चुनाव 2020 में इस सीट पर 62.99 फीसदी मतदान हुआ है।
2015 में इस सीट पर 58.27 फीसदी और 2013 में 60.54 फीसदी वोटिंग हुई थी। राघव चड्ढा आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता हैं। अपने तर्कों और बातचीत की शैली की वजह से वो कम समय में ही राष्ट्रीय स्तर पर बतौर प्रवक्ता अपनी छाप छोड़ने में कामयाब रहे। उन्हें पार्टी सुप्रीमो अरविंद केजरीवाल के भरोसमंद लोगों में से एक माना जाता है।
यहां देखें राजेंद्र सीट पर किसे कितने मिले वोट-
2015 विधानसभा चुनाव के नतीजे
विधायकः विजेन्दर गर्ग विजय (आप)हारने वाले उम्मीदवारः आर पी सिंह (बीजेपी)हार का अंतरः 20051
2013 विधानसभा चुनाव के नतीजे
विधायकः आर पी सिंह (बीजेपी)हारने वाले उम्मीदवारः विजेन्दर गर्ग विजय (आप)
चुनाव प्रचार के दौरान राघव चड्ढा को मिले विवाह प्रस्ताव
आप प्रत्याश्री राघव चड्ढा को उनकी महिला प्रशंसक अपने विधायक से ज्यादा दूल्हे के रूप में देखने के लिए बेचैन हैं। कोई उन्हें अपना पति बनाना चाहती है और कोई दामाद। पेशे से चार्टर्ड अकाउंटेंट 31 वर्षीय चड्ढा की कद-काठी भी अच्छी है और वह मृदुभाषी भी हैं। चड्ढा की टीम की मानें तो सोशल मीडिया पर चुनावी गतिविधियों को लेकर उनकी सक्रियता बढ़ने के साथ-साथ शादी के प्रस्तावों की संख्या भी बढ़ गई है। चुनाव प्रचार के दौरान सोशल मीडिया पर 12 लोगों ने उनके समक्ष विवाह प्रस्ताव रखा है।
चड्ढा के सोशल मीडिया मैनेजर ने बताया, ‘‘हाल ही में एक महिला ने उन्हें ट्विटर पर टैग करके विवाह का प्रस्ताव रखा था। चड्ढा ने उन्हें जवाब दिया, फिलहाल अर्थव्यवस्था की हालत ठीक नहीं है, ऐसे में विवाह करने के लिए यह सही समय नहीं है।’’ उन्होंने बताया कि इंस्टाग्राम पर भी चड्ढा को महिला प्रशंसकों की ओर से खूब संदेश आ रहे हैं। उन्होंने बताया, ‘‘पूरे देश से महिलाएं उनमें दिलचस्पी ले रही हैं। हम सामान्य तौर पर उन संदेशों का उत्तर नहीं देते, लेकिन अगर कोई महिला दिल्ली की होती है तो हम उनसे वोट डालने को कहते हैं।’’ चड्ढा की टीम के एक अन्य सदस्य ने बताया कि सिर्फ सोशल मीडिया ही नहीं, सामान्य बैठकों में भी उन्हें ऐसे प्रस्ताव मिल रहे हैं। वह हाल ही में एक स्कूल में बैठक के लिए गए थे, वहां की एक शिक्षिका ने कहा, अगर मेरी बेटी होती तो मैं उसका विवाह तुमसे करवा देती।