Hathras Stampede: हाथरस में सत्संग में मची भगदड़ पर बोले भोले बाबा- "होनी को कौन टाल सकता है, जो आया है..."
By मनाली रस्तोगी | Updated: July 18, 2024 09:45 IST2024-07-18T09:44:52+5:302024-07-18T09:45:47+5:30
2 जुलाई को उत्तर प्रदेश के हाथरस में भोले बाबा के 'सत्संग' में भगदड़ ने 121 लोगों की जान ले ली। धार्मिक मण्डली के लिए हाथरस जिले के फुलराई गांव में 2.5 लाख से अधिक भक्त एकत्र हुए थे।

Hathras Stampede: हाथरस में सत्संग में मची भगदड़ पर बोले भोले बाबा- "होनी को कौन टाल सकता है, जो आया है..."
हाथरस: स्वयंभू धर्मगुरु सूरजपाल उर्फ नारायण साकार हरि उर्फ भोले बाबा ने बुधवार को आईएएनएस से कहा, "होनी को कौन टाल सकता है, जो आया है, उसे एक दिन जाना है।" भोले बाबा ने हाल ही में हाथरस में एक सत्संग आयोजित किया था, जहां भगदड़ के बाद कई भक्त मारे गए थे।
2 जुलाई को भगवान के 'सत्संग' स्थल पर भगदड़ के बाद कुल 121 भक्तों की मौत हो गई थी। धार्मिक मण्डली के लिए हाथरस जिले के फुलराई गांव में 2.5 लाख से अधिक भक्त एकत्र हुए थे।
उत्तर प्रदेश पुलिस द्वारा आयोजकों के खिलाफ एक एफआईआर दर्ज की गई थी, जिसमें उन पर सबूत छिपाने और शर्तों का उल्लंघन करने का आरोप लगाया गया था, जिसमें कार्यक्रम के लिए 2.5 लाख लोग इकट्ठा हुए थे, जिसमें केवल 80,000 लोगों की अनुमति थी। सिकंदराराऊ पुलिस स्टेशन में दर्ज एफआईआर में बाबा को आरोपी के रूप में उल्लेखित नहीं किया गया था।
बुधवार को प्रचारक भोले बाबा कासगंज के बहादुर नगर गांव स्थित अपने आश्रम पहुंचे। भोले बाबा के वकील एपी सिंह ने पीटीआई-भाषा को बताया, "वह अपने आश्रम पहुंच गए हैं और यहीं रहेंगे। वह अपने दूसरे आश्रम से यहां आए हैं। वह कभी किसी के घर, किसी होटल या किसी अन्य देश में नहीं थे।" उत्तर प्रदेश सरकार ने घटना की जांच के लिए एक एसआईटी और एक न्यायिक आयोग का गठन किया है।
9 जुलाई को राज्य सरकार को सौंपी गई अपनी रिपोर्ट में एसआईटी ने भगदड़ के पीछे किसी बड़ी साजिश से इनकार नहीं किया है। रिपोर्ट में स्थानीय प्रशासन की ओर से हुई चूक का भी जिक्र किया गया है, जिसके कारण भगदड़ मची। इस बीच भोले बाबा के वकील ने 6 जुलाई को दावा किया कि कुछ अज्ञात लोगों द्वारा छिड़के गए जहरीले पदार्थ के कारण भगदड़ मच गई।