नई दिल्ली: कांग्रेस सांसद राहुल गांधी के ब्रिटेन में दिए गए बयान को लेकर देश की सियासत धधक रही है। सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी जहां राहुल गांधी को देश से माफी मांगने की मांग कर रही है तो वहीं कांग्रेस दलील दे रही है कि उनके नेता ने ऐसा कुछ भी नहीं कहा जिससे उन्हें माफी मांगनी पड़े। कांग्रेस नेता ने ब्रिटेन में केवल केंद्र की मोदी सरकार पर ही हमला नहीं बोला था, बल्कि उन्होंने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) पर निशाना साधा था।
अब इस पर आरएसएस की तरफ से प्रतिक्रिया दी गई है। संघ ने कहा कि वे (राहुल गांधी) अपने सियासी एजेंडे का पालन करते हैं और आएसएस की हकीकत सभी जातने हैं। मंगलवार को संघ के महासचिव दत्तात्रेय होसबोले ने कहा कि मुझे लगता है कि इस पर टिप्पणी करने का कोई कारण नहीं है। वे अपने राजनीतिक एजेंडे का पालन करते हैं। आरएसएस की हकीकत सभी जानते हैं। विपक्ष के एक प्रमुख नेता के रूप में, उन्हें अधिक जिम्मेदारी व्यक्त करनी चाहिए।
ब्रिटेन दौरे पर पहुंचे राहुल गांधी ने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की तीखी आलोचना करते हुए उसकी तुलना मिस्र के चरमपंथी मुस्लिम ब्रदरहुड से की है। राहुल ने कहा कि संघ की स्थापना ठीक उसी तरह सीक्रेट सोसाइटी के तहत की गई है, जैसे मिस्र में ब्रदरहुड की हुई थी। उन्होने संघ को एक कट्टरवादी और फासीदवादी संगठन बताया, जिसने भारत की सभी संस्थाओं पर कब्जा कर लिया है।