नई दिल्ली , सात जून: माकपा ने आज कहा कि पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी यदि संघ को उसका इतिहास याद दिलाते तो ‘‘ अच्छा ’’ होता जबकि भाकपा ने बहुलतावादी और समग्र समाज को असल भारत के रूप में उल्लेखित करने के लिए उनके भाषण की सराहना की। नागपुर में आरएसएस के एक कार्यक्रम में मुखर्जी के भाषण पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए माकपा महासचिव सीताराम येचुरी ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की हत्या का अपने भाषण के दौरान जिक्र नहीं करने के लिए उनसे (मुखर्जी) से सवाल किया। माकपा नेता ने ट्वीट किया कि मुखर्जी को आरएसएस को उसका इतिहास याद दिलाना चाहिए था। वहीं दूसरी ओर भाकपा ने मिलीजुली प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि उनका भाषण अपेक्षा के अनुरूप ही था।
प्रणब मुखर्जी ने मोदी को राजर्धम और RSS को सच दिखाया, पर क्या संघ सुनने के लिए तैयार है: कांग्रेस
भाकपा नेता डी राजा ने ‘ पीटीआई ’ से कहा ,‘‘ हालांकि हमारा मानना है कि उन्हें आरएसएस के कार्यक्रम में नहीं जाना चाहिए था लेकिन प्रणब दा ने अपने भाषण में जो कुछ कहा , उनसे उसी की उम्मीद थीं। ’’
लोकमत न्यूज के लेटेस्ट यूट्यूब वीडियो और स्पेशल पैकेज के लिए यहाँ क्लिक कर के सब्सक्राइब करें