नयी दिल्ली, 18 मार्च मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) ने सरकार पर राष्ट्रीय संपत्तियों को बेचने का आरोप लगाते हुए बृहस्पतिवार को कहा कि निजीकरण के खिलाफ एक प्रभावी राजनीतिक अभियान आरंभ होना चाहिए।
माकपा ने अपने मुखपत्र ‘पीपुल्स डेमोक्रेसी’ के संपादकीय में कहा है कि देश की बहुमूल्य सरकारी संपत्तियों को बेचने से देश की राष्ट्रीय संप्रभुता खतरे में आ जाएगी।
संपादकीय में कहा गया है, ‘‘फर्जी तरह के हिंदुत्ववादी-राष्ट्रवादी विमर्श को बेनकाब करने के लिए एक प्रभावी राजनीतिक अभियान आरंभ होना चाहिए।’’
वामपंथी दल ने दावा किया कि ‘आत्मनिर्भर भारत’ की बात करने वाली सरकार सरकारी संपत्तियों को कुछ कारपोरेट समूहों के हाथों बेच रही है।
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