दिल्ली : भारत बायोटेक की कोवैक्सीन जल्द ही विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) की आपात लिस्ट में शामिल हो सकती है । विश्व स्वास्थ्य संगठन ने बायोटेक के कोविड रोधी टीके कोवैक्सीन के लिए एक्सप्रेशन ऑफ इंटरेस्ट(ईओआई) के प्रस्ताव को स्वीकार कर लिया है और भारत बायोटेक आज विश्व स्वास्थ्य संगठन के साथ एक प्री-सबमिशन बैठक में भी भाग लेने वाला है ।
हालांकि बैठक में उत्पाद पर विस्तृत समीक्षा शामिल नहीं होगी लेकिन डब्ल्यूएचओ के अनुसार फार्मा फॉर्म को जैब की समग्र गुणवत्ता पर एक संक्षिप्त विवरण पेश करने का मौका मिलेगा । पिछले महीने हैदराबाद स्थित फर्म ने कहा था कि उसे जुलाई-सितंबर महीने के दौरान कोवैक्सीन टीके के लिए डब्ल्यूएचओ की आपातकालीन मंजूरी मिल जाने की उम्मीद है ।
डब्ल्यूएचओ के दिशा निर्देश के अनुसार, आपात इस्तेमाल सूचीबद्ध (ईयूएल) ऐसी प्रक्रिया है, जिसके तहत सार्वजनिक स्वास्थ्य आपात स्थितियों के दौरान नए और बिना लाइसेंस वाले उत्पादों का उपयोग किया जा सकता है ।
डब्ल्यूएचओ के अनुसार, प्री -सबमिशन मीटिंग एक दवा डोजियर जमा करने से पहले सलाह और मार्गदर्शन का अवसर प्रदान करती है । साथ ही आवेदक को डब्ल्यूएचओ की दवा मूल्यांकनकर्ताओं से मिलने का अवसर प्रदान करती है । जो उनके उत्पाद का आकलन करने में शामिल होंगे ।
डब्ल्यूएचओ ने बताया कि दस्तावेज़ों सौंपे जाने से पहले की बैठक में आंकड़ों या अध्ययन रिपोर्टों की विस्तृत समीक्षा नहीं की जाती है । बैठक का महत्वपूर्ण पहलू उत्पाद के बारे में एक समग्र संक्षिप्त विवरण पेश करना है।
भारत बायोटेक ने पिछले महीने केंद्र को सूचित किया था कि उसने कोवैक्सीन के लिए प्राप्त करने के लिए डब्ल्यूएचओ को 90% दस्तावेज जमा कर दिया है और शेष दस्तावेज जून में जमा किए जाने की उम्मीद है । कोवैक्सीन उन तीनों वैक्सीन में से एक है जो वर्तमान में देश में संक्रमण के खिलाफ लोगों को टीका लगाने के लिए इस्तेमाल की जा रही है ।