कोरोना वायरस पर PM नरेंद्र मोदी ने निभाई शिक्षक की भूमिका, सांसदों से कहा- खुद न बनें डॉक्टर, वही करें जो स्वास्थ्य मंत्रालय कह रहा
By हरीश गुप्ता | Published: March 18, 2020 08:53 AM2020-03-18T08:53:40+5:302020-03-18T08:55:17+5:30
प्रधानमंत्री ने सांसदों को इस बीमारी के संबंध में जागरूक करने के साथ उन्हें छोटे समूह में रहने की सलाह दी. मोदी ने कहा कि 15 अप्रैल तक का समय काफी चुनौतीपूर्ण है. तब तक उन्हें कोई भी बड़ा सार्वजनिक समारोह आयोजित करने से बचना चाहिए.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोरोनो वायरस पर भाजपा के सांसदों के लिए शिक्षक की भूमिका निभाई. उन्होंने अपनी पार्टी के सांसदों से इस महामारी के संबंध में अनापशनाप ट्वीट करने से बचने को कहा. मोदी ने कहा कि उन्होंने देखा है कि कई सांसद इस वैश्विक महामारी से लड़ने के लिए ट्वीट कर रहे हैं और इसे ठीक करने के लिए अपना नुस्खा दे रहे हैं.
उन्होंने सांसदों को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय और प्रधानमंत्री कार्यालय के ट्विटर हैंडल पर किए गए ट्वीट का पालन करने की सलाह दी. सांसदों को कोरोना वायरस की भयावहता और केंद्र सरकार और विभिन्न एजेंसियां इसके फैलाव को रोकने के लिए कैसे लड़ रही हैं, यह बताने के लिए प्रधानमंत्री ने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन के जरिये विशेष प्रस्तुति का आयोजन किया.
प्रसिद्ध डॉक्टर हर्षवर्धन ने स्लाइड और आंकड़ों के साथ 30 मिनट लंबी प्रस्तुति देकर बताया कि कोरोना के खिलाफ युद्ध स्तर पर लड़ा जा रहा है. उन्होंने बताया कि भारत इस महामारी से लड़ने के लिए पूरी तरह से तैयार है, लेकिन इसका फैलाव रोकने इसके प्रसार को रोकना होगा और राज्यों ने इस संबंध में कदम उठाए हैं.
प्रधानमंत्री ने मंच से सांसदों को इस बीमारी के संबंध में जागरूक करने के साथ उन्हें छोटे समूह में रहने की सलाह दी. मोदी ने कहा, ''15 अप्रैल तक का समय काफी चुनौतीपूर्ण है. तब तक उन्हें कोई भी बड़ा सार्वजनिक समारोह आयोजित करने से बचना चाहिए. घबराहट नहीं होनी चाहिए. केवल बड़े पैमाने पर जागरूकता अभियान के जरिये रोकथाम होनी चाहिए.''
प्रधानमंत्री ने इस बात पर आश्चर्य जताया कि कुछ सांसदों ने पीठासीन अधिकारियों से संसद के सत्र को संक्षिप्त करने का आग्रह किया है. मोदी ने कहा, ''हम अपनी 130 करोड़ जनता को क्या संदेश देना चाहते हैं? आप इन 130 करोड़ लोगों के प्रतिनिधि हैं. आप क्या संदेश दे रहे हैं?'' प्रधानमंत्री मोदी ने कुछ सांसदों के सत्र में कटौती को लेकर पत्र भेजे जाने पर नाखुशी जताई. उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस से निपटने के प्रयास समेत सांसद काम करते दिखने चाहिए. संसद में कामकाज सामान्य तरीके से चलना चाहिए.
नरेंद्र मोदी ने मीडिया की भूमिका की सराहना
प्रधानमंत्री मोदी ने कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई में मीडिया की भूमिका की सराहना की. उन्होंने कहा कि प्रिंट और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया इस महामारी के खिलाफ जागरूकता फैलाने में काफी अच्छा काम कर रहे हैं. उन्होंने सांसदों से कहा, ''आप जब उनसे मिलें तो आपको उनकी भूमिका के लिए व्यक्तिगत रूप से धन्यवाद देना चाहिए.'' मोदी ने डॉक्टरों, नर्सों के साथ बंदरगाहों और हवाईअड्डों पर काम करने वाले लोगों के प्रयासों की भी तारीफ की.