Coronavirus: गाजियाबाद, गौतमबुद्ध नगर, आगरा, मेरठ और कानपुर नगर रेड जोन में, ताजनगरी में 831 और नोएडा में 302 मरीज
By भाषा | Published: May 21, 2020 06:57 PM2020-05-21T18:57:55+5:302020-05-21T18:57:55+5:30
उत्तर प्रदेश में कोरोना वायरस का मामला लगातार बढ़ रहा है। आगरा, मेरठ, कानपुर नगर, गौतमबुद्ध नगर एवं गाजियाबाद को रेड जोन में डाल दिया गया है। आगरा तो चीन का वुहान होते जा रहा है। सबसे अधिक मामले यहीं पर है।
लखनऊः उत्तर प्रदेश में आगरा, मेरठ, कानपुर नगर, गौतमबुद्ध नगर एवं गाजियाबाद के नगरीय क्षेत्र रेड जोन में वर्गीकृत किए गए हैं। जिन जिलों में पिछले 21 दिनों से कोरोना वायरस संक्रमण का कोई भी पुष्ट मामला नहीं आया है वे जनपद स्वतः ग्रीन जोन में वर्गीकृत हो जाएंगे।
एक सरकारी बयान में प्रमुख सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य परिवार कल्याण मातृ एवं शिशु कल्याण विभाग अमित मोहन प्रसाद ने यह निर्देश प्रदेश के सभी जिलाधिकारियों को देते हुए अवगत कराया है कि जो जिला रेड जोन अथवा ग्रीन जोन में वर्गीकृत नहीं है उन्हें ऑरेंज जोन में माना जाएगा।
अमित मोहन प्रसाद ने अपने निर्देश में स्पष्ट किया है कि रेड जोन में वर्गीकृत जिलों के जिलाधिकारी कोरोना संक्रमण को नियंत्रित करने के दृष्टिगत अपने विवेकानुसार अतिरिक्त कदम उठाने हेतु अधिकृत होंगे। गौरतलब है कि भारत सरकार ने राज्यों को उनके जनपदों एवं नगर निकायों को संक्रमण के दृष्टिगत रेड ग्रीन और ऑरेंज जोन में वर्गीकृत करने का अधिकार प्रदान किया है।
इसके लिए भारत सरकार द्वारा छह मानक भी निर्धारित किए गए हैं। जिसके दृष्टिगत प्रमुख सचिव अमित मोहन प्रसाद ने प्रदेश के पांच जनपदों को रेड जोन में वर्गीकृत करते हुए 20 मई, 2020 को समस्त जिलाधिकारियों को उक्त निर्देश जारी किए हैं।
उत्तर प्रदेश सरकार ने दिल्ली-राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) में आने वाले गाजियाबाद और गौतमबुद्ध नगर के शहरी इलाकों को कोविड-19 रेड जोन में रखा है। बृहस्पतिवार को एक आधिकारिक बयान में यह बात कही गई है। कोरोना वायरस के चलते लागू लॉकडाउन के बीच केन्द्र सरकार ने हालात की गंभीरता के आधार पर सभी जिलों को 'रेड', 'ऑरेंज' और 'ग्रीन' जोन में बांटने का फैसला किया था। इसी के आधार पर विभिन्न जिलों में पाबंदियां लगाई गई हैं। रेड जोन में अधिक पाबंदियां हैं तो ग्रीन जोन में बहुत कम।
लखनऊ में जारी आदेश में कहा गया है कि मेरठ, आगरा और कानपुर के शहरी इलाकों को भी रेड जोन की श्रेणी में रखा गया है। स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के प्रधान सचिव अमित मोहन प्रसाद ने भी राज्य के सभी जिला अधिकारियों को निर्देश दिया है कि रेड या ग्रीन जोन में नहीं आने वाले जिलों को ऑरेंज जोन में रखा जाए।
एक आधिकारी बयान के अनुसार प्रसाद ने जिलाधिकारियों को निर्देश दिया, ''रेड जोन की श्रेणी में रखे गए जिलों के अधिकारी कोरोना वायरस की रोकथाम के लिये लिये अपने निर्णय खुद लेने के लिये स्वतंत्र हैं।'' बयान के अनुसार वे जिले, जिनमें बीते 21 दिन से कोई मामला सामने नहीं आया है, वे अपने आप ही ग्रीन जोन में तब्दील हो जाएंगे।
नोएडा में कोरोना वायरस के नौ नए केस
गौतम बुद्ध नगर जिले में बृहस्पतिवार को कोविड-19 के नौ नए मामले सामने आए। जिला निगरानी अधिकारी डॉक्टर सुनील दोहरे ने बताया कि बृहस्पतिवार को 238 लोगों की जांच रिपोर्ट आई, जिनमें नौ लोगों में संक्रमण की पुष्टि हुई। उन्होंने बताया कि जनपद में अब तक कोविड-19 से संक्रमित 302 मरीज पाए गए हैं। इनमें 209 मरीज ठीक होकर अपने घर जा चुके हैं। विभिन्न अस्पतालों में 88 मरीज का उपचार चल रहा है । उन्होंने बताया कि जनपद गौतम बुद्ध नगर में कोरोना वायरस के संक्रमण की वजह से पांच लोगों की मौत हो चुकी है।
आगरा में संक्रमण के आठ नये मामले, संक्रमितों की संख्या 831 हुई
आगरा में कोरोना वायरस संक्रमण के आठ नये मामले सामने आए हैं । इस तरह संक्रमित लोगों की संख्या 831 हो चुकी है । संक्रमण से ठीक होने वाले मरीजों की संख्या अब 682 हो गयी है। वर्तमान में संक्रमण के 121 मामले हैं तो वहीं 28 की मौत हो चुकी है। जिलाधिकारी पीएन सिंह ने संक्रमण के नए मामलों की पुष्टि की। कोरोना संक्रमण को लेकर दिन भर में आठ नये मामले सामने आने से संक्रमित लोगों की संख्या 831 हो चुकी है। अब तक 11284 लोगों के नमूने लिये जा चुके हैं। जिला प्रशासन के मुताबिक आगरा में अब कुल 41 हॉटस्पॉट रह गये हैं।
मुजफ्फरनगर में कोरोना के तीन और मामले सामने आए
उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर जिले में कोरोना वायरस के तीन और मामले सामने आने के साथ ही यहां संक्रमित लोगों की संख्या बृहस्पतिवार को बढ़कर 11 हो गयी। एक अधिकारी ने यह जानकारी दी। जिलाधिकारी सेल्वा कुमारी जे के अनुसार तीन लोगों में संक्रमण की पुष्टि हुयी है। इनमें से एक प्रवासी कामगार है जो महाराष्ट्र से यहां आया था। इसके अलावा एक एम्बुलेंस चालक और एक स्थानीय निवासी है। उन्होंने कहा कि मरीजों को मुजफ्फरनगर मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया है और एहतियाती कदम उठाए गए हैं।