नई दिल्ली: भारत में ताजा आकंड़ों (25 मई) के मुताबिक कोरोना वायरस के 1,38,845 मामले हैं और 4021 लोगों की मौत हो गई है। लेकिन आने वाले महीनों में भारत में कोविड-19 और भी घातक हो सकता है। एक रिसर्च में दावा किया गया है कि भारत में जुलाई की शुरुआत तक 630,000 से 21 लाख लोग कोरोना वायरस से संक्रमित हो सकते हैं। समाचार एजेंसी रॉयटर्स ने यूनिवर्सिटी ऑफ मिशिगन में बॉयोस्टैटिस्टिक्स और महामारी रोग विशेषज्ञ प्रोफेसर भ्रमर मुखर्जी (Bhramar Mukherjee) से भारत में कोरोना स्थिति पर बात की है। भ्रमर मुखर्जी ने कहा है कि भारत में संक्रमण के मामलों का बढ़ना अभी कम नहीं हुआ है ये और तेजी से बढ़ेंगे।
भ्रमर मुखर्जी की टीम का अनुमान है कि भारत में जुलाई की शुरुआत तक 630,000 से 21 (2.1मिलियन) लाख लोग इस वायरस से संक्रमित हो सकते हैं। देश भर में संक्रमण के कुल मामलों का पांचवां हिस्सा अकेले मुंबई शहर में है।
रिपोर्ट में भारत के अस्पतालों की स्थिति और बेड्स की कमी की भी बात की गई है। समाचार एजेंसी रॉयटर्स का कहना है कि भारत के स्वास्थ्य मंत्रालय ने संक्रमण में वृद्धि से जुड़े इन अनुमानों पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी कि वे बढ़ते मरीजों की देखभाल कैसे करेंगे।
भ्रमर मुखर्जी की टीम ने सबसे पहले अनुमान लगाया था कि मई में भारत में कोविड-19 के केस एक लाख के पार हो जाएंगे
बता दें कि भ्रमर मुखर्जी की टीम ने सबसे पहले ट्वीट कर इस बात की जानकारी अप्रैल में दी थी कि मध्य मई तक भारत में संक्रमितों की संख्या एक लाख से ज्यादा हो जाएगी।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने भारत के कोविड-19 अस्पताल पर क्या-क्या कहा है?
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने 24 मई 2020 को मीडिया से बात करते हुए बताया कि पूरे देश में कोविड-19 समर्पित 968 अस्पताल चिह्नित किए गए हैं ,जिनमें 2,50,397 बिस्तरों (1,62,237 पृथकवास बिस्तर और 20,468 गहन चिकित्सा बिस्तर) की व्यवस्था है। इनके अलावा कोविड-19 मरीजों को समर्पित 2,065 स्वास्थ्य केंद्र हैं, जिनमें 1,76,946 बिस्तरों (1,20,596 पृथकवास बिस्तर और 10,691 गहन चिकित्सा बिस्तर) हैं।
वहीं कोविड-19 मरीजों की देखभाल को समर्पित 7,063 केंद्रों में 6,46,438 बिस्तरों की व्यवस्था की गई है।’
देश में कोविड-19 की स्थिति की जानकारी देते हुए हर्षवर्धन ने कहा कि 25 मार्च को लॉकडाउन की घोषणा करने से पहले प्रत्येक तीन दिन मामलों के दोगुना होने की दर 3.2 थी, वहीं सात दिन में यह तीन हो गई जबकि 14 दिन की गणना अवधि में यह दर 4.1 हो गई।
उन्होंने कहा, 24 मई तक यह दर तीन दिन की अवधि में 13, सात दिन की अवधि में 13.1 और 14 दिन की गणना अवधि में 12.7 है। संक्रमण से मृत्यु दर 2.9 प्रतिशत है जबकि ठीक होने की दर सुधर कर 41.2 प्रतिशत हो गई है। इससे स्पष्ट है कि लॉकडाउन की वजह से स्थिति सुधरी है।
भारत में लगातार कोविड-19 के मामलों में सर्वाधिक बढ़ोतरी देखी जा रही है
भारत में सोमवार (25 मई) को लगातार चौथे दिन कोविड-19 के मामलों में सर्वाधिक बढ़ोतरी देखी गई है। पिछले 24 घंटे में रिकॉर्ड 6977 नए मामले सामने आए और 154 लोगों की मौत हो गई। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक इसके साथ ही देश में कुल कोविड-19 संक्रमितों की संख्या 1,38,845 हो गई है जबकि बीमारी के कारण मरने वालों की संख्या 4021 तक पहुंच गई है। देश में 77 हजार 103 एक्टिव केस हैं और 57 हजार 720 लोग देश में अब तक कोविड-19 से ठीक हो चुके हैं।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने कहा कि देश में जांच करने की क्षमता बढ़ी है और रोजाना 1,50,000 नमूनों की जांच की जा सकती है। उन्होंने कहा, कल (23 मई) ही हमने 1,10,397 नमूनों की जांच की थी। कल तक हमने 29,44,874 नमूनों की जांच कर ली है।’’ हर्षवर्धन ने बताया कि भारत में अब 422 सरकारी और 177 निजी प्रयोगशालाओं में कोविड-19 की जांच की जा रही है।