लॉकडाउनः बेजुबान जानवर भूखे ना मर जाएं, जानें मेनका गांधी ने क्या कहा, देखें मसीहा बने पशुप्रेमी कैसे मिटा रहे पशुओं की भूख
By गुणातीत ओझा | Published: March 30, 2020 10:54 AM2020-03-30T10:54:58+5:302020-03-30T10:54:58+5:30
लॉकडाउन से पहले आवारा पशुओं को सड़क पर या दुकानों के बाहर खाने को मिल जाता था, जिससे वे अपनी भूख मिटा लेते थे। लेकिन इस बंदी ने उनके भी निवाले पर संकट खड़ा कर दिया है। ऐसी मुश्किल घड़ी में भी कुछ लोग ऐसे हैं जो भूखे आवारा पशुओं को खोज-खोज कर खाना खिला रहे हैं।
नई दिल्लीःकोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए देशव्यापी लॉकडाउन जितना इंसानों को परेशान कर रहा है, वहीं के लिए भी मुसीबत लेकर आया है। आवारा पशुओं को सड़क पर या दुकानों के बाहर खाने को मिल जाता था, जिससे वे अपनी भूख मिटा लेते थे। लेकिन इस बंदी ने उनके भी निवाले पर संकट खड़ा कर दिया है। ऐसी मुश्किल घड़ी में भी कुछ लोग ऐसे हैं जो भूखे आवारा पशुओं को खोज-खोज कर खाना खिला रहे हैं। जानवरों से प्यार करने वाले बहुत से लोग अपने-अपने स्तर पर उन्हें खाना-पानी देने की व्यवस्था कर रहे हैं। कुछ एनजीओ भी इस काम में लगे हुए हैं। कुछ लोग लॉकडाउन में इजाजत लेकर आवारा जानवरों को खाना खिला रहे हैं, तो कुछ लोग छुप-छुप कर।
जानवरों से प्यार करने वाली मेनका गांधी ने खुद भी सभी से ये आग्रह किया है कि वह लॉकडाउन के दौरान आवारा जानवरों के खाने-पीने की व्यवस्था करें। मेनका गांधी हमेशा ही जानवरों के भले की बात करती हैं और उन पर किसी भी तरह का अत्याचार करने वाले के खिलाफ भी खड़ी होती हैं।
I have requested all animal welfare workers to feed the animals during this period of a lockdown. I will be doing the same. Please allow them to do so. If there is any problem, please contact me on 08800067890. pic.twitter.com/P7yvoZCuYJ
— Maneka Sanjay Gandhi (@Manekagandhibjp) March 23, 2020
लॉकडाउन: लावारिस जानवरों को खाना खिलाने वालों को पास दे रही है असम सरकार
असम सरकार 21दिन के लॉकडाउन के दौरान लावारिस जानवरों को खाना खिलाने वाली संस्थाओं और लोगों को पास जारी कर रही है।अधिकारियों ने रविवार को यह जानकारी दी। रविवार को लॉकडाउन का पांचवां दिन था। अधिकारी ने कहा कि पशु प्रेमियों के लिए पास जारी किए जा रहे हैं लेकिन उन्हें सामाजिक दूरी और दिशानिर्देशों का पालन करना होगा। पिछले कुछ दिनों से लोगों ने होटलों के बचे हुए भोजन पर पलने वाले लावारिस जानवरों के खाने का प्रबंध करने के लिये सोशल मीडिया पर मुहिम छेड़ रखी थी। लॉकडाउन के दौरान सभी होटल और रेस्टोरेंट बंद होने के कारण ये जानवर भूखे रह जाएंगे।
असम के डिब्रूगढ़ में पशुओं के लिए खाने की व्यवस्था करने वाले वाल्यूंटीयर ने बताया कि वे इस मुश्किल वक्त में आवारा कुत्तों को खाना खिला रहे हैं। एनिमल वेलफेयर पीपल के सह-संस्थापक विनीत कहते हैं, "हम कुत्तों को खाना खिला रहे हैं क्योंकि अभी सभी भोजनालय बंद हैं और कुत्ते भोजन के लिए उन पर निर्भर हैं। हम अन्य जानवरों को भी खाना उपलब्ध कराते हैं।"
Assam: Volunteers of Animal Welfare People yesterday fed dogs in Dibrugarh amid #coronaviruslockdown. Vineet, co-founder of Animal Welfare People says,"We are feeding dogs as all the eateries are closed now & dogs depend on them for food. We feed other animals too." pic.twitter.com/JiopwtJ0IH
— ANI (@ANI) March 29, 2020
महाराष्ट्र: लॉकडाउन के वक़्त इंसान ही नहीं जानवर भी भूख से परेशान हैं ऐसे में पुणे में एक NGOकर्मा शहर में आवारा जानवरों को खाना पहुंचाने का काम कर रहा है। इसके लिए वो जानवरों को खाना खिलाने वाले लोगों की मदद ले रहे हैं और उनकी मदद से पूरे पुणे शहर को कवर करने की कोशिश कर रहे हैं pic.twitter.com/QAnArmDd2S
— ANI_HindiNews (@AHindinews) March 28, 2020
Sylendra Babu, DGP of Fire Service has ordered 334 fire stations all around Tamil Nadu to feed stray animals on a daily basis during this lockdown period. pic.twitter.com/kl9cgoONEx
— Sangeetha Kandavel (@sang1983) March 27, 2020