नई दिल्ली: राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में गुरुवार को बीते 24 घंटे में कोरोना के128 नए मामले आए आए हैं, जिसके बाद राज्य में कोरोना संक्रमितों की संख्या बढ़कर 2376 हो गई है। वहीं, इस दौरान 2 लोगों की मौत हो गई। इसके बाद दिल्ली में मौत का आंकड़ा 50 तक पहुंच गया है। वहीं, दूसरी तरफ 808 मरीज इस बीमारी से अब तक ठीक हो चुके हैं। दिल्ली में रिकवरी रेट में लगातार सुधार देखने को मिल रहा है। आज गुरुवार को दिल्ली में रिकवरी रेट 34% हो गया है। 22 अप्रैल को रिकवरी रेट 32.2 % था, जबकि 10 दिन पहले यानी 14 अप्रैल को रिकवरी रेट 1.92% था।
वहीं, दिल्ली में बंद का उल्लंघन करने के मामले में 140 से ज्यादा मामले दर्ज हुए और 3,109 लोगों को गिरफ्तार किया गया। दिल्ली पुलिस की ओर से जारी आंकड़ों के मुताबिक भारतीय दंड संहिता की संबंधित धारा के तहत शाम पांच बजे तक 144 मामले दर्ज किए गए। उन्होंने बताया कि विभिन्न धाराओं के तहत 3,109 लोगों को हिरासत में लिया गया और 311 वाहन जब्त किए गए। वहीं बिना मास्क पहने हुए घर से बाहर निकलने के संबंध में 62 मामले दर्ज हुए हैं। पुलिस ने बताया कि लोगों की आवाजाही के लिए 389 पास जारी किए गए। 24 मार्च से अब तक 1,11,494 लोगों को दिल्ली पुलिस अधिनियम की धारा 65 का उल्लंघन करने के आरोप में हिरासत में लिया गया।
आईआईटी-दिल्ली ने विकसित किया जांच का कारगर तरीका
दिल्ली स्थित भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) ने बेहद कम दाम में कोविड-19 बीमारी की जांच के लिए एक तरीका विकसित किया है। भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) ने इसे अपनी मंजूरी प्रदान कर दी है। अधिकारियों ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी। आईआईटी-दिल्ली पहला अकादमिक संस्थान है जिसके द्वारा ‘पॉलीमराइज चेन रिएक्शन (पीसीआर)’ विधि से विकसित की गई जांच को आईसीएमआर ने स्वीकृति प्रदान की है। एक वरिष्ठ अधिकारी ने पीटीआई-भाषा से कहा, “जांच के तरीके को आईसीएमआर द्वारा मंजूरी दी गई है। इस जांच को आईसीएमआर में परखा गया जिसमें नतीजे सौ प्रतिशत सही मिले हैं। इस प्रकार आईआईटी-दिल्ली पहला अकादमिक संस्थान है जिसके द्वारा पीसीआर विधि से विकसित की गई जांच को आईसीएमआर ने स्वीकृति प्रदान की है।”