अमरावती: आंध्र प्रदेश में शुक्रवार (3 अप्रैल) को कोरोना वायरस संक्रमण के 12 मामलों सामने आए हैं जिसके बाद राज्य में संक्रमित लोगों की संख्या 161 हो गई है। आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री जगन मोहन रेड्डी के ऑफिस ने बताया है कि राज्य में कोरोना वायरस के 161 मामले मिले हैं, इनमें से 140 केस निजामुद्दीन मरकज में हिस्सा लेने और उनके संपर्कों में आए लोगों के बीच है।
आंध्र प्रदेश में ज्यादातर नए मामले नई दिल्ली में तबलीगी जमात के धार्मिक आयोजन से जुड़े हैं जहां से कोविड-19 के मामले तेजी से फैल रहे हैं। एसपीएस नेल्लोर जिला कोरोना वायरस से बेहद प्रभावित क्षेत्र बन गया है क्योंकि यहां तीन दिन में ही संक्रमित लोगों की संख्या 32 तक पहुंच गई है। कृष्णा जिले में भी कोरोना वायरस का मामला बढ़कर 23 तक पहुंच गया। विजयवाड़ा शहर में यह मामला 18 तक पहुंच चुका है। शहर में तीन प्रभावित क्षेत्रों की पहचान की गई है जहां इस बीमारी के प्रसार की संख्या काफी ज्यादा है और अधिकारियों ने इन क्षेत्रों को संक्रमण मुक्त करने के साथ ही लोगों की आवाजाही पर प्रतिबंध कड़े कर दिए हैं।
गुरुवार (2 अप्रैल) आंध्र प्रदेश के नोडल अधिकारी अर्ज श्रीकांत ने कहा कि जमात के आयोजन से आंध्र प्रदेश लौटे 1085 लोगों में से अब तक 758 लोगों की जांच की गई है और इनमें से 91 लोगों में संक्रमण की पुष्टि हुई है। इनके संपर्क में आए 20 लोगों को भी संक्रमण हो गया है।
राज्य में कोरोना वायरस का पहला मामला भी 12 मार्च को नेल्लूर से सामने आया था जब विदेश से लौटा एक व्यक्ति संक्रमित पाया गया लेकिन अब वह पूरी तरह स्वस्थ हो चुका है। अभी 450 लोगों की जांच रिपोर्ट के नतीजे नहीं आए है। अधिकारियों को डर है कि मामले बढ़ सकते हैं।
भारत में कोरोना वायरस के केस 2300 पार
कोरोना वायरस के मामले भारत में बढ़ते जा रहे है। कोविड-19 मामलों की संख्या शुक्रवार को बढ़कर 2301 तक पहुंच गई, जबकि मरने वालों की संख्या बढ़कर 56 हो गई। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने यह जानकारी दी। मंत्रालय ने कहा कि कोविड-19 के 2088 रोगियों का इलाज चल रहा है, जबकि 156 लोग ठीक हो चुके हैं।