नई दिल्ली: कांग्रेस ने अडानी समूह के बंदरगाह बिजनेस को लेकर आरोप लगाते हुए कहा है कि इससे देश के सरकारी बंदरगाहों को नुकसान हो रहा है। कांग्रेस का आरोप है कि पिछले 10 सालों में अडानी समूह के बंदरगाह कारोबार में अंधाधुन विस्तार हुआ है। कांग्रेस ने इसके लिए केंद्र सरकार से समूह के संबंधों को जिम्मेदार बताया है।
एक्स पर एक पोस्ट में कांग्रेस ने कहा, "अडानी के बंदरगाहों की वजह से सरकारी बंदरगाहों को नुकसान हो रहा है। देश में अडानी के 14 बंदरगाह और टर्मिनल हैं। अडानी के ये बंदरगाह पूरे देश की कुल माल ढुलाई का लगभग 24% हिस्सा कवर करते हैं, 2013 में यह हिस्सेदारी सिर्फ 9% थी। इसकी वजह से सरकारी बंदरगाहों से माल ढुलाई 4% घट गई। भारत के समुद्री तट के हर 500 किलोमीटर पर अडानी का एक बंदरगाह है। बंदरगाह में अडानी का यह अंधाधुंध विस्तार पिछले 10 साल में हुआ है। PM मोदी से दोस्ती का फायदा अडानी को ही मिला है।"
कांग्रेस ने इसके साथ एक पोस्टर भी जारी किया है जिसमें बताया गया है कि कैसे अडानी समूह के बंदरगाह बिजनेस का जाल पूरे देश में फैला हुआ है। एक अन्य आरोप में कांग्रेस ने कहा है कि मोदी सरकार ने राज्यों के बिजली विभागों से कहा है कि जल्द से जल्द विदेशी कोयला खरीद लें।
एक्स पर पोस्ट में कांग्रेस ने कहा, "इस खत पर बिजली विभागों का कहना है कि हमारे पास पर्याप्त कोयला है। विदेशी कोयला महंगा होता है और उसे खरीदेंगे तो बिजली के दाम बढ़ जाएंगे। मोदी सरकार विदेशी कोयला खरीदने का दबाव क्यों डाल रही है? इसका जवाब सबको पता है। हाल ही में आई रिपोर्ट्स में बताया गया है कि PM मोदी के मित्र अडानी विदेशी कोयले से कैसे पैसा बना रहे हैं। मोदी जी एक सूत्र पर काम कर रहे हैं- दोस्त के लिए सब कुछ करूंगा।"