देश के तीन राज्यों में आगामी विधानसभा चुनाव में मोटर व्हिकल एक्ट 2019 एक बड़ी भूमिका निभा सकता है। कांग्रेस पार्टी अथाह जुर्माने और बीजेपी की राज्य सरकारों द्वारा ही इसे नकार दिए जाने को महाराष्ट्र, हरियाणा और झारखंड में चुनावी मुद्दा बनाने की तैयारी में है।
हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक हरियाणा कांग्रेस कमेटी की नवनिर्वाचित अध्यक्ष कुमारी शैलजा ने कहा कि निश्चित रूप से एमवी एक्ट एक प्रमुख चुनावी मुद्दा होगा। पार्टी इसके लिए अभियान चलाएगी। देशभर में एमवी एक्ट के खिलाफ जनता के विरोध की वजह से पार्टी ने इस मुद्दे को जोर-शोर से उठाने का फैसला किया है।
पश्चिम बंगाल और मध्य प्रदेश (जहां विपक्षी दलों की सरकरा है) के साथ गुजरात, महाराष्ट्र और उत्तराखंड (जहां बीजेपी की सरकार है) ने भी जुर्माने की रकम घटा दी है अथवा एमवी एक्ट को लागू करने से मना कर दिया है।
कुमारी शैलजा ने कहा कि किसी की जिंदगी बचाना एक चीज है लेकिन किसी का शोषण करना अलग बात है। उन्होंने कहा कि इसका विरोध करने वाला सबसे पहला राज्य गुजरात था। मॉडल राज्य गुजरात को केंद्र सरकार के कामों पर भरोसा नहीं है।
केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी के कार्यालय की तरफ से कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली है। हरियाणा बीजेपी के प्रवक्ता राजीव जेटली का कहना है कि कांग्रेस का यह मुद्दा उठाना उसकी नकारात्मक सोच का प्रमाण देता है। यह एक्ट लोगों की सुरक्षा के लिए है। कांग्रेस पार्टी हमेशा नकारात्मक राजनीति क्यों करती है?