CAA के खिलाफ कांग्रेस अपने मुहिम को करेगी तेज, राहुल गांधी ने आंदोलनकारियों को दिया हर संभव मदद का आश्वासन
By शीलेष शर्मा | Updated: December 31, 2019 05:54 IST2019-12-31T05:52:21+5:302019-12-31T05:54:35+5:30
राहुल ने अपने संदेश में लिखा है ‘देशभर में अनेक युवा पुरुष और महिलाएं इस आंदोलन के दौरान या तो मारे गये है या घायल हुए है, मैं कांग्रेस कार्यकर्ताओं को कहूंगा कि वे पीड़ित परिवारों से मिलकर उनको हर संभव सहायता करें.’

CAA के खिलाफ कांग्रेस अपने मुहिम को करेगी तेज, राहुल गांधी ने आंदोलनकारियों को दिया हर संभव मदद का आश्वासन
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सोशल मीडिया पर नागरिकता संशोधन कानून के समर्थन में मुहिम चलाये जाने की अपील के साथ ही कांग्रेस ने भी इसके खिलाफ आंदोलन को और तेज करने का फैसला किया है. कांग्रेस के नेता दिल्ली में जहां धरना देने जा रहे है वहीं देशभर में इस कानून के खिलाफ सड़कों पर उतरे आंदोलनकारियों को हर किस्म की मदद देने का फरमान कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने पार्टी की सभी इकाईयों को जारी किया है.
राहुल ने अपने संदेश में लिखा है ‘देशभर में अनेक युवा पुरुष और महिलाएं इस आंदोलन के दौरान या तो मारे गये है या घायल हुए है, मैं कांग्रेस कार्यकर्ताओं को कहूंगा कि वे पीड़ित परिवारों से मिलकर उनको हर संभव सहायता करें.’ राहुल का यह संदेश इस बात की ओर इशारा कर रहा है कि कांग्रेस पूरी तरह आंदोलनकारियों के साथ खड़ी है.
इधर पार्टी की महासचिव प्रियंका गांधी ने उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदबाई पटेल को 14 पृष्ठों का एक ज्ञापन सौंप कर प्रदेश में पुलिस की बर्बरता की निंदा करते हुए तत्काल न्यायिक जांच कराने की मांग कर डाली. प्रियंका गांधी का आरोप है कि उत्तर प्रदेश पुलिस उन आंदोलनकारियों के साथ गैर कानूनी बर्ताव कर रही है जो नागरिक संशोधन कानून का विरोध कर रहे है.
पुलिस नारा देती है ‘सुरक्षा आपकी,संकल्प हमारा’ लेकिन उसका व्यवहार पूरी तरह गैर कानूनी, अराजकतापूर्ण है जो स्वयं सम्पत्ति को नुकसान पहुंचाती है और आरोप आंदोलनकारियों पर मढ़ देती है. उन्होंने प्रदेश में आतंक का वातावरण बनाने के लिए राज्य सरकार और प्रदेश पुलिस को घेरा.
राहुल और प्रियंका से मिले संकेतों के बाद कांग्रेस के सभी नेता सक्रिय हो गये है और मोदी के सोशल मीडिया पर कानून के समर्थन में मुहिम चलाये जाने के खिलाफ जवाबी मुहिम चलाने की तैयारी में जुट गये है. जिसके तहत सोशल मीडिया, सड़कों पर आंदोलन, आंदोलनकारियों का समर्थन करने जैसे कदम शामिल है.