भोपाल, 15 मार्च मध्य प्रदेश प्रोफेशनल एग्जामिनेशन बोर्ड (पीईबी) द्वारा हाल ही में की गई नियुक्तियों के संबंध में दिये गये ध्यानाकर्षण प्रस्ताव पर विधानसभा में चर्चा न कराये जाने के विरोध में मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस ने सोमवार को सदन से बहिर्गमन किया।
पीईबी को पूर्व में व्यावसायिक परीक्षा मंडल (व्यापमं) के रूप जाना जाता था और पिछले दशक में व्यापमं करोडों रूपये के प्री-मेडिकल टेस्ट (पीएमटी) एवं भर्ती परीक्षाओं के घोटाले के लिए बहुचर्चित रहा, जिसके बाद उच्चतम न्यायालय ने इसकी सीबीआई जांच के आदेश दिए थे।
प्रश्नकाल समाप्त होने के बाद कांग्रेस के वरिष्ठ विधायक गोविन्द सिंह ने कहा कि पीईबी द्वारा जो गलत परीक्षायें हुई हैं, इसमें पूरी तरह से भ्रष्टाचार हुआ है।
उन्होंने कहा कि इसमें हमने आपसे (विधानसभा अध्यक्ष गिरीश गौतम) चर्चा कराने का अनुरोध भी किया था और आपने कहा था कि इसे चर्चा में लेंगे। कांग्रेस नेता ने कहा कि मेरा अनुरोध है कि कृपया इस पर व्यवस्था दे दें।
इसके बाद अध्यक्ष गिरीश गौतम ने सिंह को इस पर बात करने के लिए अपने कक्ष में आने के लिए कहा।
इसके जवाब में सिंह ने कहा, ‘‘हम आपसे इस बारे में मिल चुके हैं। चार बार बात हो चुकी है।’’ इस पर गौतम ने फिर कहा, ‘‘आप मेरे कक्ष में आइये, बात करते हैं।’’
इसके बाद कांग्रेस विधायक जीतू पटवारी ने कहा कि इस पर ध्यानाकर्षण एवं स्थगन लगा है। पटवारी ने कहा कि किसी भी रूप में चर्चा कराने के लिए आप आश्वासन आज ही दे दें और इसमें किसी पक्ष एवं विपक्ष की लड़ाई नहीं है।
इस पर गौतम ने कहा, ‘‘मैंने उसको देख लिया है। आप चिंता न करें। अवसर दीजिए।’’
अध्यक्ष के जवाब से नाराज होकर सिंह ने कहा कि आज सनुवाई नहीं हो रही है, इसलिए कांग्रेस पार्टी इसका विरोध करती है और इसके बाद कांग्रेस विधायक सदन से बहिर्गमन कर गये।
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