कांग्रेस के अंदर लोकतंत्र की बहाली के लिए आवाज उठाने वाले G-23 में कितने नेता पार्टी में बचे हैं? बचे हुए में कौन लड़ सकते हैं अध्यक्ष का चुनाव
By सतीश कुमार सिंह | Published: August 29, 2022 05:44 PM2022-08-29T17:44:22+5:302022-08-29T18:18:52+5:30
Congress President Election: कांग्रेस अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी की अध्यक्षता में हुई कांग्रेस कार्य समिति (सीडब्ल्यूसी) की ऑनलाइन बैठक में कांग्रेस के केंद्रीय चुनाव प्राधिकरण की ओर से पेश चुनाव कार्यक्रम को मंजूरी दी गई।
नई दिल्लीः कांग्रेस ने अपने नए अध्यक्ष के चुनाव के लिए विस्तृत कार्यक्रम की घोषणा कर दी है। 24 सितंबर से नामांकन दाखिल करने की प्रक्रिया आरंभ होगी और एक से अधिक उम्मीदवार होने पर 17 अक्टूबर को चुनाव होगा।अध्यक्ष पद चुनाव की घोषणा होते ही सबकी नजरें जी-23 नेताओं पर हैं।
सूत्रों ने कहा कि राहुल गांधी यदि चुनाव नहीं लड़ते हैं तो जी-23 के नेता चुनावी मैदान में कूद सकते हैं। चर्चा है कि पूर्व केंद्रीय मंत्री और सांसद मनीष तिवारी, पूर्व केंद्रीय मंत्री और सांसद शशि थरूर या महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण अध्यक्ष पद के लिए नामांकन कर सकते हैं। गुलाम नबी के घर इन नेताओं की बैठक हुई है।
‘जी 23’ के सदस्य पृथ्वीराज चव्हाण ने किया हमला
कांग्रेस अध्यक्ष के चुनाव का कार्यक्रम घोषित होने के साथ ही महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री और ‘जी 23’ के सदस्य पृथ्वीराज चव्हाण ने कहा कि पार्टी को बचाने के लिए अब कदम उठाने होंगे और अगर किसी को ‘कठपुतली अध्यक्ष' बनाकर ‘बैकसीट ड्राइविंग' (पीछे से चलाने) की कोशिश हुई, तो कांग्रेस नहीं बच पाएगी। उन्होंने कहा कि कांग्रेस कार्य समिति समेत सभी पदों के लिए चुनाव होना चाहिए।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता आनंद शर्मा ने अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष के चुनाव के लिए निर्वाचन सूची तैयार किए जाने को लेकर सवाल खड़े किए और यह पूछा कि पार्टी के संविधान के तहत उचित प्रक्रिया का पालन किया गया या नहीं। ‘जी 23’ में शर्मा के साथी रहे गुलाम नबी आजाद ने शुक्रवार को पार्टी की प्राथमिक सदस्यता और सभी पदों से इस्तीफा दे दिया था।
गुलाम नबी आजाद दे चुके हैं इस्तीफा
‘जी 23’ समूह के प्रमुख सदस्य शर्मा ने बैठक में इस बात का भी उल्लेख किया कि किसी प्रदेश इकाई को उन डेलीगेट की कोई सूची नहीं मिली है जो अध्यक्ष के चुनाव में मतदान करने वाले हैं तथा इस तरह की प्रक्रिया पूरे चुनाव की शुचिता का हनन करती है।
शर्मा ने डेलीगेट की निर्वाचन सूची सार्वजनिक करने की मांग की, जिस पर मिस्त्री ने कहा कि चुनाव लड़ने के इच्छुक किसी भी उम्मीदवार और प्रदेश कांग्रेस कमेटियों को यह सूची उपलब्ध कराई जाएगी। शर्मा ने पिछले दिनों कांग्रेस की हिमाचल प्रदेश इकाई की संचालन समिति के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया था। उनका कहना था कि निरंतर अलग-थलग रखे जाने और अपमानित किए जाने के कारण उन्हें यह कदम उठाना पड़ा।
आरोप लगाया था कि कांग्रेस नेतृत्व आंतरिक चुनाव के नाम पर धोखा दे रहा है। उन्होंने राहुल गांधी पर ‘अपरिपक्व और बचकाने’ व्यवहार का आरोप भी लगाया था। कांग्रेस ने उन पर पलटवार करते हुए पार्टी को धोखा देने का आरोप लगाया था और कहा था कि उनका ‘डीएनए मोदी-मय’ हो गया है।
जानें G-23 समूह में कौन-कौन नेता शामिलः
पूर्व मुख्यमंत्री गुलाब नबी आजाद, भूपेंद्र सिंह हुड्डा, पृथ्वीराज चव्हाण, पूर्व केंद्रीय मंत्री कपिल सिब्बल, शशि थरूर, मनीष तिवारी, आनंद शर्मा, एम वीरप्पा मोइली, पीजे कुरियन, रेणुका चौधरी, मिलिंद देवड़ा, मुकुल वासनिक, राजिंदर कौर भट्टल, अजय सिंह, राज बब्बर, अरविंदर सिंह लवली, कौल सिंह ठाकुर, अखिलेश प्रसाद सिंह, कुलदीप शर्मा, संदीप दीक्षित और विवेक तन्खा हैं।
कार्यक्रम घोषितः
कांग्रेस अध्यक्ष पद का चुनावः 17 अक्टूबर
अधिसूचनाः 22 सितंबर
नामांकन की प्रक्रियाः 24 सितंबर
आखिरी तिथिः 30 सितंबर
नामांकन पत्रों की जांचः एक अक्टूबर
नामांकन पत्र वापसः आठ अक्टूबर
परिणाम की घोषणाः 19 अक्टूबर...