"पश्चिम बंगाल में कांग्रेस पार्टी भाजपा के लिए दलाली कर रही है", तृणमूल नेता कुणाल घोष ने कहा
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: January 1, 2024 07:31 AM2024-01-01T07:31:52+5:302024-01-01T07:36:41+5:30
बंगाल में तृणमूल नेता कुणाल घोष ने कांग्रेस पार्टी पर सीधा आरोप लगाया कि बंगाल में वह भाजपा के दलाल की भूमिका निभा रही है।
कोलकाता: पश्चिम बंगाल में सत्ताधारी तृणमूल कांग्रेस और विपक्षी गठबंधन इंडिया की प्रमुख पार्टी कांग्रेस के भीतर चल रही आपसी खिंचतान उस वक्त सामने आ गई, जब तृणमूल नेता कुणाल घोष ने बीते रविवार को सीधा आरोप लगाया कि बंगाल में कांग्रेस पार्टी भाजपा के दलाल की भूमिका निभा रही है।
समाचार एजेंसी एएनआई के अनुसार कुणाल घोष ने कहा कि दिल्ली कांग्रेस और बंगाल कांग्रेस में बहुत भारी अंतर है। दिल्ली कांग्रेस में सोनिया जी, राहुल जी हैं। वे विपक्षी गठबंदन इंडिया को ठोस बनाने के लिए तृणमूल कांग्रेस का सहयोग चाहते हैं लेकिन दुखद स्थिति बंगाल में है, जहां राज्य कांग्रेस भाजपा के दलाल करने में लगी हुई है।
तृणमूल नेता ने आगे कहा, ''साल 2021 में तृणमूल कांग्रेस ने बंगाल में बीजेपी से लड़ाई लड़ी और उसे हराया। जबकि कांग्रेस और सीपीएम ने गठबंधन किया था कि वोट विभाजित हो जाएं और उससे बीजेपी को मदद मिले। दोनों दलों ने मिलकर चुनाव लड़ा लेकिन उन्हें शून्य मिला, बस शून्य क्योंकि बंगाल में कांग्रेस का कोई महत्व नहीं है। इंडिया गठबंधन के लिए ममता दीदी केंद्रीय नेतृत्व से बात कर रही हैं और उचित समय पर वह सूचित करेंगी।"
इसके साथ घोष ने कहा, "अब तक, इंडिया गठबंधन के बारे में हमारे पास कोई नवीनतम जानकारी नहीं है। हम उस विषय में कुछ नहीं बोलेंगे। हमारी सुप्रीमो ममता बनर्जी इस प्रक्रिया देंगी, वो ही इस मुद्दे को देखरेख कर रही हैं। वह अंतिम निर्णय लेंगी और वह उचित समय पर सूचित करेंगी।"
मालूम हो कि इस सप्ताह की शुरुआत में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा था, "इंडिया गठबंधन में उनका कोई एजेंडा नहीं, कोई नेतृत्व नहीं, और कोई रणनीति नहीं है। गठबंधन देश भर में सभी सीटों पर चुनाव लड़ेगा।"
इस बीच शिवसेना (यूबीटी) सांसद संजय राउत ने बीते शुक्रवार को कहा कि महाराष्ट्र में उनकी पार्टी पहले भी 23 सीटों पर लोकसभा चुनाव लड़ती रही है और आगामी लोकसभा चुनाव में सीट-बंटवारे के अनुपात में कोई बदलाव नहीं होगा।
राउत ने इंडिया गठबंध में सीट बंटवारे पर बोलते हुए कहा, "यह महाराष्ट्र है और शिवसेना ही यहां की सबसे बड़ी पार्टी है। कांग्रेस एक राष्ट्रीय पार्टी है। उद्धव ठाकरे राहुल गांधी, सोनिया गांधी, मल्लिकार्जुन खड़गे और के सी वेणुगोपाल सहित कांग्रेस के निर्णय लेने वाले नेताओं के साथ सकारात्मक चर्चा कर रहे हैं। हमने हमेशा कहा है कि लोकसभा चुनाव में शिवसेना दादरा और नगर हवेली सहित 23 सीटों पर लड़ती है और वह दृढ़ रहेगी।''