पुलवामा आतंकी हमले को लेकर विपक्षी दलों और भाजपा के बीच तीखे आरोप-प्रत्यारोप का सिलसिला चला। इसी बीच कांग्रेस नेता उदित राज ने शहीद सैनिकों पर विवादित बयान दिया है।
उदित राज ने लिखा कि सोशल मीडिया पर राष्ट्रवाद का प्रचार करने वाले लोग अक्सर उच्च जाति के होते हैं और जिन सैनिकों ने मुख्य रूप से हमले में अपनी जान गंवाई वे SC/ST/OBC समुदायों से आते हैं।
उन्होंने लिखा 'हाशिए पर खड़े समुदायों को सत्ताधारी सवर्णों की देशभक्ति की कीमत चुकानी पड़ती है। इसके साथ ही उदित राज ने राहुल गांधी के बयान को सही ठहराते हुए कहा, '2024 से पहले एक और पुलवामा अटैक हो सकता है। ऐसे में राहुल गांधी द्वारा पूछे सवाल बिलकुल सही हैं। पुलवामा हमले की अच्छे से जांच होनी चाहिए।'
गौरतलब है कि 14 फरवरी 2019 को जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में बड़ा आतंकी हमला हुआ था जिसमें सीआरपीएफ के 40 जवान शहीद हो गए थे।
राहुल गांधी ने पूछा- पुलवामा का किसे फायदा हुआ?
बता दें कि राहुल गांधी ने सरकार पर निशाना साधते हुए पूछा कि इस हमले का सबसे ज्यादा फायदा किसे हुआ, इसकी जांच में क्या निकला वहीं, भाजपा ने पलटवार करते हुए कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष पर आतंकी संगठनों..लश्कर-ए-तैयबा, जैश-ए-मोहम्मद से ‘‘सहानुभूति रखने का’’ आरोप लगाया।
राहुल गांधी ने शुक्रवार को पुलवामा हमले की बरसी पर शहीद जवानों को याद किया और सरकार पर निशाना साधते हुए सवाल किया कि ''आज जब हम पुलवामा हमले में शहीद हुए 40 जवानों को याद कर रहे हैं तो हमें यह पूछना है कि इस हमले से सबसे ज्यादा फायदा किसको हुआ? हमले की जांच में क्या निकला? हमले से जुड़ी सुरक्षा खामी के लिए भाजपा सरकार में अब तक किसको जवाबदेह ठहराया गया है? ''
घटना की जिम्मेदारी जैश-ए-मोहम्मद ने ली
इस घटना के बाद बड़ी संख्या में जवानों की मौत से देश भर के लोगों की भावनाएं आहत हुई। बाद में जांच के दौरान पता चला कि इस हमले को अंजाम देने वाला आत्मघाती हमलावर आतंकी आदिल अहमद डार था। आतंकी आदिल अहमद डार ही उस कार को चला रहा था, जिसमें विस्फोटक थे। आदिल कश्मीर का ही रहने वाला था, लेकिन वह आतंकियों के संपर्क में आकर पथभ्रष्ट हो गया था। आदिल ने खुद को इस हमले में उड़ा लिया था। घटना के तुरंत बाद पूरे देश में शोक की लहर दौड़ गई। पाकिस्तान स्थित आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद ने इस आतंकी हमले की जिम्मेदारी ली। इससे साफ हो गया कि पाकिस्तान में बैठे आतंकी आकाओं ने इस घटना को अंजाम देने में मदद की थीं।
पुलवामा हमले के 12 दिन बाद भारतीय सेना ने किया एयर स्ट्राइक
इस घटना के बाद नरेंद्र मोदी की सरकार ने पाकिस्तान को इस हमले के लिए जिम्मेदार बताते हुए बदले की कार्रवाई की धमकी दी। यही नहीं पाकिस्तान स्थित आतंकी कैंपों को भारत सरकार ने अपने एजेंसियों के इनपुट के आधार पर निशाना बनाया। पुलवामा हमले के ठीक 12 दिन बाद 26 फरवरी को भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान स्थित बालाकोट में आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद कै ठिकानों पर एयरस्ट्राइक कर दिया।
इस एयरस्ट्राइक में भारतीय वायुसेना ने बम गिराकर उसके आतंकी ठिकाने को पूरी तरह से ध्वस्त करने का दावा किया। यही नहीं नरेंद्र मोदी की सरकार ने करीब 300 आतंकवादी मार गिराने का भी दावा किया। इस तरह से भारतीय वायुसेना ने बालाकोट में आतंकी शिविरों को नेस्तनाबूत कर पुलवामा अटैक का बदला ले लिया। इन दो घटनाओं के बाद से ही भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव अब तक कायम है।