नई दिल्ली: कांग्रेस की राहुल गांधी की अगुवाई में चल रही 'भारत जोड़ो न्याय यात्रा' पर पार्टी के भीतर से बेहद तीव्र हमला हुआ है। जी हां, कांग्रेस नेता आचार्य प्रमोद कृष्णम ने सोमवार को राहुल गांधी की यात्रा पर बेहद गंभीर आघात करते हुए उसे 'राजनीतिक पर्यटन' की संज्ञा दे दी है।
समाचार एजेंसी एएनआई के अनुसार आचार्य प्रमोद कृष्णम ने कांग्रेस की उस महत्वातांक्षी यात्रा पर गहरी चोट की, जिसे राहुल गांधी लीड कर रहे हैं। कांग्रेस नेता कृष्णन ने अपनी ही पार्टी की ओर से चलाई जा रही 'भारत जोड़ो न्याय यात्रा' पर तंज कसते हुए कहा कि यह "राजनीतिक पर्यटन" के आयोजित की गई है।
इसके साथ उन्होंने यह भी कहा कि दूसरे राजनीतिक दल लोकसभा चुनाव 2024 की तैयारी में लग गये हैं और उनकी खुद की पार्टी अभी "यात्रा" करने में लगी हुई है।
आचार्य प्रमोद कृष्णम ने अपनी ही पार्टी के यात्रा के प्रति व्यंगात्मक लहजे में कहा, “कांग्रेस पार्टी में कुछ बहुत महान और बुद्धिमान नेता हैं। जहां एक तरफ और राजनीतिक दल 2024 चुनाव के लिए कमर कस रहे हैं तो वहीं दूसरी तरफ पूरी कांग्रेस पार्टी 'पॉलिटिकल टूरिज्म' कर रही है। दरअसल पार्टी इसलिए यात्रा कर रही है ताकि हम यह पता लगा सकें कि 2024 के बाद 2029 का चुनाव कैसे जीता जाए। ऐसा लगता है कि हम 2029 के चुनाव के लिए खुद को तैयार कर रहे हैं। अगर हम 2024 के लिए तैयारी कर रहे होते तो ऐसा नहीं होता।”
मालूम हो कि कांग्रेस पार्टी ने राहुल गांधी के नेतृत्व में इस साल की शुरूआत में 14 जनवरी को मणिपुर से 'भारत जोड़ो न्याय यात्रा' शुरू की, जो मणिपुर, नागालैंड, असम और बंगाल होते हुए आज बिहार में प्रवेश करने वाली है।
इस पूरे प्रकरण में सबसे दिलचस्प बात यह है कि राहुल गांधी उस समय भारत जोड़ो न्याय यात्रा के माध्यम से बिहार में प्रवेश कर रहे हैं, जब एक दिन पहले ही बीचे रविवार को विपक्षी गठबंधन 'इंडिया' के संस्थापक सदस्यों में से एक और बिहार में महागठबंधन के मुख्यमंत्री रहे नीतीश कुमार ने सारे रिश्तों को तोड़ते हुए एनडीए में जाने का ऐलान कर दिया है।
जदयू अध्यक्ष नीतीष कुमार द्वारा भाजपा नीत एनडीए में शामिल होने पर कांग्रेस पार्टी ने बेहद तीखा हमला किया है। कांग्रेस मीडिया सेल के प्रभारी और पार्टी महासचिव जयराम रमेश ने नीतीश के पाला बदलने पर कहा कि उन्होंने इंडिया गठबंधन के साथ धोखा किया है और आने वाले समय में बिहार की जनता उन्हें इसका सबक सिखाएगी।
नीतीश कुमार के एनडीए में शामिल होने पर कांग्रेस सांसद जयराम रमेश ने कहा, "नीतीश कुमार ने एक बैठक बुलाई। पटना की बैठक में विपक्ष की 18 पार्टियां मौजूद थीं। उसके बाद बेंगलुरु, मुंबई में भी बैठक हुई। सभी बैठकों में नीतीश कुमार मौजूद थे। लेकिन उन्होंने कोई संकेत नहीं दिया कि वो इंडिया गठबंधन से नाता तोड़ देंगे। यह दुख की बात है कि उन्होंने आखिरी समय में हमारा हाथ छोड़ दिया। यह पूरी तरह से विश्वास के साथ किया गया विश्वासघात है और बिहार के लोग जल्द ही उन्हें इसके लिए जवाब देंगे।"