नई दिल्ली: कांग्रेस ने आंध्र प्रदेश में अपने पुराने जनाधार को वापस पाने के लिए आखिरकार दिवंगत मुख्यमंत्री वाईएस राजशेखर रेड्डी की बेटी वाईएस शर्मिला को प्रदेश अध्यक्ष बना दिया है। दिलचस्प बात यह है कि वाईएस शर्मिला की यहां सीधी टक्कर अपने भाई और सूबे के मौजूदा मुख्यमंत्री जगन मोहन रेड्डी से होगी।
समाचार एजेंसी एएनआई के अमुसार कांग्रेस की ओर से मंगलवार को ऐलान किया कि पार्टी ने आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री वाईएस जगन मोहन रेड्डी की बहन वाईएस शर्मिला रेड्डी को राज्य कांग्रेस का अध्यक्ष नियुक्त किया है।
कांग्रेस पार्टी की ओर से यह घोषणा पूर्व प्रमुख जी रुद्र राजू के राज्य प्रमुख पद से इस्तीफा देने के एक दिन बाद की गई। मालूम हो कि वाईएस शर्मिला इस महीने की शुरुआत में कांग्रेस में शामिल हुई थीं। शर्मिला न खुद कांग्रेस में शामिल हुई थीं बल्कि उन्होंने अपनी पार्टी वाईएसआर तेलंगाना पार्टी का भी कांग्रेस में विलय कर दिया था।
कांग्रेस पार्टी की ओर से जारी की गई एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया, "कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने वाईएस शर्मिला रेड्डी को तत्काल प्रभाव से आंध्र प्रदेश कांग्रेस कमेटी का अध्यक्ष नियुक्त किया है।"
इसके अलावा कांग्रेस पार्टी ने आंध्र प्रदेश के पूर्व प्रमुख जी रुद्र राजू को कांग्रेस कार्य समिति में विशेष आमंत्रित सदस्य नियुक्त किया है।
मालूम हो कि आंध्र प्रदेश में कांग्रेस पिछले साल नवंबर में पड़ोसी राज्य तेलंगाना में हुए विधानसभा चुनाव में पार्टी की मिली जीत के बाद आंध्र प्रदेश में पार्टी के जीत की संभावनाओं को काफी आशान्वित है। तेलंगाना में कांग्रेस पार्टी ने लगातार दो बार से सत्ता की अगुवाई कर रही भारत राष्ट्र समिति को वहां से बेदखल कर दिया था।
आंध्र प्रदेश में विधानसभा चुनाव आगामी लोकसभा चुनाव के साथ इस साल अप्रैल-मई में हो सकते हैं। कांग्रेस में शामिल होने के बाद वाईएस शर्मिला ने पार्टी प्रमुख मल्लिकार्जुन खड़गे से मुलाकात की थी।