पूर्व मंत्री और कांग्रेस उपाध्यक्ष माधवराज ने दिया इस्तीफा, भाजपा में शामिल, जानें इस्तीफे में क्या लिखा...
By सतीश कुमार सिंह | Updated: May 7, 2022 20:24 IST2022-05-07T20:22:56+5:302022-05-07T20:24:41+5:30
कांग्रेस से इस्तीफा देने के कुछ घंटे बाद कर्नाटक के सीएम बसवराज बोम्मई की उपस्थिति में प्रमोद माधवराज पार्टी के अन्य नेताओं के साथ भाजपा में शामिल हुए।

उडुपी इकाई की मौजूदा स्थिति के बारे में उनकी शिकायतों के निवारण के लिए कोई कदम नहीं उठाया।
उडुपीः कर्नाटक में विधानसभा चुनाव 2023 में है। कांग्रेस को आज बड़ा झटका लगा है। कर्नाटक के पूर्व मंत्री और कांग्रेस की राज्य इकाई के उपाध्यक्ष प्रमोद माधवराज ने शनिवार को पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया। माधवराज बीजेपी में शामिल हो गए।
कांग्रेस से इस्तीफा देने के कुछ घंटे बाद कर्नाटक के सीएम बसवराज बोम्मई की उपस्थिति में प्रमोद माधवराज पार्टी के अन्य नेताओं के साथ भाजपा में शामिल हुए। माधवराज को हाल में कर्नाटक प्रदेश कांग्रेस कमेटी का नया उपाध्यक्ष नियुक्त किया गया था। अपने ट्विटर हैंडल पर इस्तीफा पोस्ट किया।
माधवराज ने शनिवार को कांग्रेस की राज्य इकाई के अध्यक्ष डी.के. शिवकुमार को भेजे इस्तीफे में कहा, ''मुझे आपको यह बताते हुए खेद हो रहा है कि पिछले तीन वर्षों से, उडुपी जिले में कांग्रेस पार्टी की स्थिति मेरे लिए एक बुरा अनुभव रही है, इस प्रकार राजनीतिक घुटन पैदा हो गई है और तथ्य आपके व पार्टी के अन्य नेताओं के सामने लाए गए हैं।''
Hours after resigning from Congress, Pramod Madhwaraj joins BJP along with other party leaders in presence of Karnataka CM Basavaraj Bommai pic.twitter.com/48melmxYp0
— ANI (@ANI) May 7, 2022
उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने पार्टी की उडुपी इकाई की मौजूदा स्थिति के बारे में उनकी शिकायतों के निवारण के लिए कोई कदम नहीं उठाया। माधवराज ने कहा कि उडुपी की परिस्थितियों के कारण, वह एक ऐसे मुकाम पर पहुंच गए हैं, जहां उनके लिए कांग्रेस में बने रहना और हाल ही में उन्हें मिले नए पद के साथ न्याय करना असंभव हो गया है।
उन्होंने अपने त्याग पत्र में कहा, ''इसलिए, मैंने केपीसीसी के उपाध्यक्ष पद को स्वीकार नहीं करने और पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से अपना इस्तीफा देने का फैसला किया है।'' शुक्रवार को उडुपी के भाजपा विधायक के. रघुपति भट ने जब मालपे बीच पर राज्य के पहले फ्लोटिंग पुल का उद्घाटन किया, तब माधवराज उनके साथ थे। उडुपी के रहने वाले माधवराज ने सिद्धारमैया के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार में मत्स्य पालन, खेल और युवा अधिकारिता मंत्री के रूप में काम किया था।