तेजस राजधानी एक्सप्रेस में कच्छा-बनियान में घूमे सीएम नीतीश के विधायक, हंगामा और मारपीट का आरोप, कहा-मेरा पेट खराब था
By एस पी सिन्हा | Published: September 3, 2021 03:21 PM2021-09-03T15:21:29+5:302021-09-03T15:28:56+5:30
बिहार में गोपालपुर से जदयू विधायक गोपाल मंडल पटना-दिल्ली तेजस रेलगाड़ी के भीतर गंजी-जांघिया में रैंप वॉक करते कैमरे में कैद हुए हैं.
पटनाः बिहार में सत्तारूढ़ दल जदयू के बड़बोले विधायक नरेंद्र कुमार नीरज उर्फ गोपाल मंडल हमेशा विवादों के घेरे में रहते हैं. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के लाडले विधायक ने एक बार फिर से शर्मनाक हरकत कर दी है.
इस बार बयानो के कारण नहीं, बल्कि ट्रेन में कच्छा-बनियान पहन कर घूमने के कारण चर्चा में हैं. एक फोटो लगातार वायरल हो रही है, जिसमें विधायक अर्धनग्न अवस्था में दिखाई दे रहे हैं. ट्रेन की इस फोटो के साथ साथ उनपर हंगामा और मारपीट का आरोप भी लग रहा है. प्राप्त जानकारी के अनुसार गुरुवार की रात पटना-नई दिल्ली तेजस राजधानी एक्सप्रेस के ए-1 कोच में गोपाल मंडल सफर कर रहे थे.
ट्रेन जैसे ही पटना से चली विधायक अपने कपडे़ उतारकर अंडरवियर में आ गए. इसके बाद वह इसी हाल में शौचालय की तरफ जाने लगे. विधायक का बोगी में इस तरह घूमना यात्रियों को नागवार गुजरा. जब यात्रियों ने मना किया तो विधायक रौब झाड़ने लगे.
देखते ही देखते दोनों पक्षों में कहासुनी हो गई और झड़प होने लगी. गोपाल मंडल पर आरोप है कि वे ट्रेन में अपने पद और गरिमा का उल्लंघन करते हुए सहयात्रियों को अपशब्द भी कह रहे हैं. इस दौरान विधायक ने कहा कि जानते नहीं मैं कौन हूं? यह घटना तब हुई जब ट्रेन दिलदारगंज को पार कर चुकी थी.
हल्ला-हंगामा सुनकर बोगी में मौजूद सीआरपीएफ की टीम ने पंडित दीनदयाल उपाध्याय स्टेशन के रेल पुलिस को इसकी सूचना दी. जब ट्रेन वहां आई तो उत्तर प्रदेश की रेल पुलिस वहां पहुंची और मामले की जानकारी ली. सीआरपीएफ के एक अधिकारी के मुताबिक इस मामले में किसी तरह की लिखित शिकायत नहीं दी गयी, इसलिए ट्रेन आगे बढ़ गई.
इस संबंध में पूछे जाने पर विधायक गोपाल मंडल ने ट्रेन में कपडे़ उतारकर घूमा की बात को स्वीकार किया है. उन्होंने सफाई देते हुए कहा कि वे ही अंडरवियर में घूम रहे थे. उन्होंने कहा, 'सच में मैं अंडरवियर पहने हुए था. मेरा पेट खराब था. ट्रेन में सवार होने के कुछ देर बाद ही मुझे बाथरूम जाना पड़ा. मैं झूठ नहीं बोलता. जो भी बोलता हूं सच बोलता हूं. ट्रेन वाली बात स्वीकार लेने से मुझे कोई फांसी नहीं हो जाएगी.'