नई दिल्ली: राजधानी में बरसात के कारण बुरा हाल होने के साथ ही यमुना नदी का जलस्तर भी बढ़ गया है जिसने प्रशासन की चिंता बढ़ा दी है। जगह-जगह जलभराव और बारिश के कारण स्थिति गंभीर हो गई है। इस बीच, मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने मूसलाधार बारिश और यमुना के बढ़ते स्तर के कारण शहर में जलभराव की स्थिति पर चर्चा करने के लिए सोमवार को एक बैठक बुलाई।
बैठक के बाद सीएम केजरीवाल ने कहा कि हालात भयावह होने के आसार नहीं हैं लेकिन सरकार की तैयारी पूरी है। दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा, "सीडब्ल्यूसी के मुताबिक दिल्ली में यमुना नदी 203.58 मीटर पर बह रही है। कल सुबह इसके 205.5 मीटर तक पहुंचने की आशंका है। साथ ही, मौसम पूर्वानुमान के मुताबिक, यमुना में जल स्तर बहुत अधिक बढ़ने की उम्मीद नहीं है। अगर यमुना 206 मीटर के निशान को पार करती है, तो हम नदी के किनारे निकासी शुरू कर देंगे।"
बैठक 10 जुलाई को दोपहर सचिवालय में हुई और इसमें दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सौरभ भारद्वाज, शिक्षा मंत्री आतिशी और दिल्ली नगर निगम के अन्य अधिकारी शामिल हुए। इससे पहले शिक्षा मंत्री आतिशी ने नाव पर बैठकर यमुना के बढ़ते जलस्तर का जायजा भी लिया।
हालात का जायजा लेने के बाद आतिशी ने कहा, "ऐसा लग रहा है कि हरियाणा से छोड़ा गया पानी कल सुबह तक दिल्ली पहुँच जाएगा और यमुना नदी का जल स्तर खतरे के निशान को पार कर जायेगा। बारिश जारी रहने की स्थिति में हम पानी के प्रवाह पर नजर रख रहे हैं। जो लोग पानी के बहुत करीब रहते हैं, उनको निकालने का काम शुरू हो गया है। अलग-अलग क्षेत्रों में नावों की व्यवस्था कर दी गई है। जिनको निकाला जाएगा नके रहने का इंतजाम कर दिया गया है।"
बता दें कि हरियाणा द्वारा हथिनीकुंड बराज से यमुना नदी में एक लाख क्यूसेक से अधिक पानी छोड़े जाने के बाद रविवार को बाढ़ की चेतावनी जारी की गई थी। बाढ़ के खतरे के मद्देनजर अधिकारियों को सतर्क रहने और संवेदनशील क्षेत्रों में आवश्यक उपाय करने का निर्देश दिया गया है। नदी के तटबंध के आसपास रहने वाले लोगों को जागरूक और आगाह करने के लिए त्वरित प्रतिक्रिया दलों को भी तैनात किया गया है।
राष्ट्रीय राजधानी में लगातार तीसरे दिन भी भारी बारिश होने के कारण कई इलाकों में जलभराव हो गया है, जिससे यातायात प्रभावित हुआ है। बता दें कि उत्तर-पश्चिम भारत में पिछले तीन दिन से लगातार बारिश हो रही है।