Mallikarjun Kharge In Ramleela Maidan: 'राहुल गांधी ने जान दी' खड़गे की फिसली जुबान, देखें वीडियो
By धीरज मिश्रा | Published: March 31, 2024 04:04 PM2024-03-31T16:04:43+5:302024-03-31T16:10:27+5:30
Mallikarjun Kharge In Ramleela Maidan: कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकाअर्जुन खड़गे की जुबान फिसल गई। रामलीला मैदान में आम आदमी पार्टी के द्वारा आयोजित मेगा रैली में संबोधित करने के दौरान खड़गे ने कहा कि राहुल गांधी ने जान दी।
Mallikarjun Kharge In Ramleela Maidan:कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकाअर्जुन खड़गे की जुबान फिसल गई। रामलीला मैदान में आम आदमी पार्टी के द्वारा आयोजित मेगा रैली में संबोधित करने के दौरान खड़गे ने कहा कि राहुल गांधी ने जान दी। उनके शरीर के टुकड़े-टुकड़े हो गए। खड़गे के इस बयान को बीजेपी दिल्ली के द्वारा सोशल मीडिया पर शेयर किया जा रहा है और तंज कसा जा रहा है। दरअसल, खड़गे बोलना चाहते थे कि पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी ने देश के लिए जान दी। लेकिन वह राहुल गांधी बोल गए। जिस वक्त खड़गे यह बोले रहे थे। राहुल गांधी मंच पर बैठे थे।
राहुल गांधी ने जान दी? 😳🤔#ठगों_का_मेलाpic.twitter.com/UpSCIkUHJz
— BJP Delhi (@BJP4Delhi) March 31, 2024
खड़गे ने अपने भाषण में कहा कि लोकतंत्र और संविधान बचाने के लिए आखिरी सांस तक लड़ेंगे। विपक्ष इकट्ठा न हो, इसे रोकने के लिए मोदीजी ने हर नाजायज कोशिश की। पहले हेमंत सोरेन पर बीजेपी में शामिल होने का दबाव बनाया। वो नहीं माने तो गिरफ्तार कर लिया।
इस बीच झारखंड और हिमाचल सरकार गिराने की कोशिश भी हुई। इस सब के बाद, कांग्रेस पार्टी के कुल 12 खाते फ्रीज करे गये। नोटिस पर नोटिस भेजे जा रहे हैं। जहां कांग्रेस पार्टी के 14 लाख के कैश जमा पर 135 करोड़ का जुर्माना लगा दी जाती है। वहीं भाजपा के 42 करोड़ के डिपोजिट पर कोई कार्रवाई नहीं की जाती। 42 करोड़ के हिसाब भाजपा पर 4600 करोड़ की पेनल्टी लगनी चाहिए।
रैली से इंडिया गठबंधन की 5 सूत्रीय मांग
1. चुनाव आयोग को लोकसभा चुनावों में समान अवसर सुनिश्चित करना चाहिए
2. चुनाव आयोग को चुनाव में हेराफेरी करने के उद्देश्य से विपक्षी दलों के खिलाफ जांच एजेंसियों द्वारा की जानी वाली कार्रवाई रोकी जानी चाहिए
3. हेमंत सोरेन और अरविन्द केजरीवाल की तुरंत रिहाई की जाए
4. चुनाव के दौरान विपक्षी राजनीतिक दलों का आर्थिक रूप से गला घोंटने की जबरन कार्रवाई तुरंत बंद होनी चाहिए
5. चुनावी चंदे का उपयोग कर बीजेपी द्वारा बदले की भावना, जबरन वसूली और मनी लॉन्ड्रिंग के आरोपों की जांच के लिए सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में एसआईटी का गठन होना चाहिए।