Kathua Cloudburst: किश्तवाड़ के बाद कठुआ में बदला फटा, 4 लोगों की मौत, कई लापता; रेलवे ट्रैक से लेकर हाईवे तक तबाही
By सुरेश एस डुग्गर | Updated: August 17, 2025 10:09 IST2025-08-17T10:05:55+5:302025-08-17T10:09:35+5:30
Kathua Cloudburst: बादल फटने से जंगलोट गांव में भारी बाढ़ आ गई।

Kathua Cloudburst: किश्तवाड़ के बाद कठुआ में बदला फटा, 4 लोगों की मौत, कई लापता; रेलवे ट्रैक से लेकर हाईवे तक तबाही
Kathua Cloudburst: जम्मू कश्मीर में कुदरत का कहर बरपना जारी है। अब कठुआ के तीन स्थानों पर बादल फटने से भारी तबाही हुई है। चार लोगों के मरने और दर्जनों के लापता होने का समाचार है। रेलवे ट्रेक और हाईवे को भी नुक्सान हुआ है। बीसियों घर तबाह हो गए हैं। मौसम विभाग ने अभी 25 अगस्त तक ऐसे हादसों के होने की चेतावनी दी है।
अधिकारियों ने बताया कि जम्मू-कश्मीर के कठुआ जिले के घाटी इलाके में एक विनाशकारी बादल फटने से कथित तौर पर चार लोगों की मौत हो गई और छह अन्य घायल हो गए। शनिवार और रविवार की मध्यरात्रि को हुई इस प्राकृतिक आपदा ने क्षेत्र के एक सुदूर गाँव को अलग-थलग कर दिया है, जिससे बचाव और राहत कार्यों की चुनौतियाँ और बढ़ गई हैं।
Cloudburst in #Kathua चार लोगों की मौत। लोगों के घर में पानी घुसा। ट्रेनों की आवाज आई भी हुई बंद। रेलवे पुल के नीचे पानी का जलस्तर खतरा के निशान से पर ऊपर है।#KathuaCloudburstpic.twitter.com/T5rJwWh8TO
— Arun Roshan (@Roshanarun54) August 17, 2025
कठुआ में बादल फटने से तीन जगहें प्रभावित हुईं, जिनमें सबसे ज़्यादा असर राजबाग के जोड़ घाटी इलाके में महसूस किया गया। रात भर हुई भारी बारिश के कारण अचानक बाढ़ और भूस्खलन हुआ, जिससे ज़मीन और संपत्ति को काफ़ी नुकसान हुआ।
हालाँकि अन्य प्रभावित जगहों से किसी और के हताहत होने की खबर नहीं है, लेकिन उझ नदी और आस-पास के जलाशयों के बढ़ते जल स्तर ने चिंता बढ़ा दी है, जिससे स्थानीय अधिकारियों ने सुरक्षा सलाह जारी कर निवासियों से नदियों और नालों से दूर रहने का आग्रह किया है। सूत्रों के अनुसार, प्रभावित क्षेत्र से बजरी और कीचड़ भरा पानी जम्मू-पठानकोट राष्ट्रीय राजमार्ग पर आ गया, जिससे यातायात बाधित हुआ।
VIDEO | Kathua: At least 4 dead and 6 injured after a cloudburst struck Jod Ghati village in Rajbagh during the intervening night of Saturday and Sunday.
— Press Trust of India (@PTI_News) August 17, 2025
(Source: Third Party)
(Full video available on PTI Videos - https://t.co/n147TvrpG7) pic.twitter.com/zBCZb3LUtt
पुलिस और राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (एसडीआरएफ) सहित आपातकालीन प्रतिक्रिया दल प्रभावित क्षेत्रों में बचाव कार्यों में सहायता और फंसे हुए निवासियों को राहत प्रदान करने के लिए तैनात किए गए हैं। जिला प्रशासन स्थिति पर कड़ी नज़र रख रहा है, बागड़, चांगडा और दिलवान-हुतली जैसे इलाकों में भूस्खलन की और भी खबरें हैं।
अधिकारियों के अनुसार शनिवार और रविवार की मध्यरात्रि को जिले के राजबाग इलाके के जोड़घाटी में बादल फटने से गांव तक पहुंचने का रास्ता बंद हो गया और जमीन-जायदाद को भी कुछ नुकसान पहुंचा.
बताया गया है कि पुलिस और एसडीआरएफ की एक संयुक्त टीम गांव के लिए रवाना कर दी गई है. आगे की जानकारी की प्रतीक्षा है।
उन्होंने बताया कि कठुआ पुलिस थाना क्षेत्र के अंतर्गत बागड़ और चांगडा गांव तथा लखनपुर पुलिस थाना क्षेत्र के दिलवान-हुतली में भी भूस्खलन हुआ, लेकिन किसी बड़े नुकसान की रिपोर्ट नहीं है. अधिकारियों के अनुसार भारी बारिश के कारण अधिकांश जलाशयों का जलस्तर तेजी से बढ़ गया है और उझ नदी खतरे के निशान के करीब बह रही है।
यह दुखद घटना जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ जिले में एक और विनाशकारी बादल फटने की घटना के तुरंत बाद हुई है, जिसमें कम से कम 70 लोगों की जान चली गई और 150 से ज़्यादा घायल हो गए। क्षेत्र में ऐसी आपदाओं की बार-बार होने वाली प्रकृति ने चरम मौसम की घटनाओं की बढ़ती आवृत्ति को लेकर चिंताएँ बढ़ा दी हैं, विशेषज्ञ जलवायु परिवर्तन और नाज़ुक हिमालयी क्षेत्रों में अनियंत्रित विकास को इसके लिए ज़िम्मेदार कारक बता रहे हैं।
कठुआ के प्रभावित इलाकों में बचाव अभियान जारी है, अधिकारी संपर्क बहाल करने और प्रभावित लोगों को सहायता प्रदान करने के लिए काम कर रहे हैं।