नयी दिल्ली, 28 दिसंबर कोरोना वायरस संक्रमण के मामलों में वृद्धि के बीच दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल द्वारा सिनेमाघरों को बंद करने के निर्णय की प्रतिक्रिया में मल्टीप्लेक्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (एमएआई) के अध्यक्ष कमल ज्ञानचंदानी ने मंगलवार को राज्य सरकार से अपील की है कि आदेश पर पुनर्विचार किया जाए क्योंकि इससे भारतीय फिल्म उद्योग को “अपूरणीय क्षति” हो सकती है।
ज्ञानचंदानी ने कहा कि संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए अन्य विकल्प अपनाए जा सकते हैं जैसे कि सिनेमाघरों में प्रवेश के लिए ‘दोहरा टीकाकरण’ जरूरी करना और बैठने की 50 प्रतिशत क्षमता के साथ सिनेमाघर खोलने की अनुमति देना।
केजरीवाल ने मंगलवार को ‘येलो अलर्ट’ जारी किया जिसके तहत स्कूल, कॉलेज और जिम बंद कर दिए गए हैं, गैर आवश्यक वस्तुएं बेचने वाली दुकानों को सम-विषम के आधार पर खोलने का निर्देश दिया गया है और मेट्रो ट्रेन तथा बसों में 50 प्रतिशत क्षमता के साथ बैठने की अनुमति दी गई है।
ज्ञानचंदानी ने एक बयान में कहा, “दिल्ली में ग्रेडेड रेस्पोंस एक्शन प्लान का येलो अलर्ट लागू करना और सिनेमाघरों को बंद करने के दिल्ली सरकार के निर्णय ने बड़ी अनिश्चितता खड़ी कर दी है और इससे भारतीय फिल्म उद्योग को अपूरणीय क्षति हो सकती है। मार्च 2020 के बाद का दौर भारतीय सिनेमा के लिए निश्चित तौर पर सबसे चुनौतीपूर्ण समय रहा है।”
एमएआई के अध्यक्ष ने कहा कि सिनेमाघर उद्योग ने सरकार के सुरक्षा नियमों का पालन किया है और पूरी दुनिया में सिनेमाघर से कोविड-19 फैलने का एक भी मामला सामने नहीं आया है।
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