महासमुंद, 10 मार्च छत्तीसगढ़ के महासमुंद जिले की पुलिस ने हीरा तस्करी करने के आरोप में दो लोगों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों से 477 नग बिना तराशा हुआ हीरा बरामद किया गया है।
महासमुंद जिले के पुलिस अधिकारियों ने बुधवार को बताया कि जिले के बागबहरा थाना क्षेत्र के अंतर्गत रेवा गांव के समीप से फकीर मेहेर (46) और दिब्यरंजन बेहरा (30) को गिरफ्तार किया गया है। दोनों आरोपी उड़ीसा के निवासी हैं।
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि पुलिस ने आरोपियों से हीरे के 477 नग बरामद किए हैं जिसका वजन 219.400 कैरेट है। इनकी कीमत करीब 26 लाख 50 हजार रूपए है।
उन्होंने बताया कि पुलिस को जानकारी मिली थी कि महासमुन्द, कोमाखान और बागबहरा क्षेत्र में भारी मात्रा में बहुमूल्य रत्न का अवैध व्यापार किया जा रहा है। अन्य राज्यों और गरियाबंद जिले के बेहराडीह तथा पायलीखण्ड क्षेत्रों से बहुमूल्य रत्न हीरा लाकर बेचा जा रहा है।
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि मंगलवार को जानकारी मिली कि पड़ोसी राज्य उड़ीसा से रेवा घाट गांव की ओर से दो व्यक्ति हीरा लेकर मोटरसाइकिल से आने वाले हैं।
सूचना के बाद बागबहरा थाने की पुलिस ने घेराबंदी की और संदिग्ध लोगों की तलाशी शुरू की। इस दौरान दो व्यक्ति वहां से भागने लगे। बाद में दोनों को घेराबंदी कर पकड़ लिया गया।
उन्होंने बताया कि जब दोनों व्यक्तियों की तलाशी ली गई तब उनसे 477 नग हीरा बरामद किया गया। पूछताछ में उन्होंने बताया कि वह गरियाबंद जिले के बेहराडीह और पायलीखण्ड क्षेत्र से हीरा लाकर महासमुन्द जिले में ग्राहक की तलाश में थे।
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि छत्तीसगढ़ के गरियाबंद जिले के देवभोग क्षेत्र के पायलीखण्ड में हीरे की खदान है। तस्कर यहां से हीरों का उत्खनन कर बेचते हैं। इन हीरों की मुंबई और सूरत में मांग है। तराशने के बाद हीरे की कीमत कई गुना बढ़ जाती है।
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