एसडीजी के लैंगिक समानता मानदंड पर छत्तीसगढ़ शीर्ष स्थान पर पहुंचा: नीति आयोग की रिपोर्ट
By भाषा | Published: June 14, 2021 06:32 PM2021-06-14T18:32:14+5:302021-06-14T18:32:14+5:30
नयी दिल्ली, 14 जून सतत विकास लक्ष्य (एसडीजी) के लैंगिक समानता के मामले में छत्तीसगढ़ को भारत में सबसे शानदार प्रदर्शन करने वाला राज्य घोषित किया गया है।
नीति आयोग की एसडीजी इंडिया सूचकांक रिपोर्ट 2020-21 में यह घोषणा की गई है।
यह सूचकांक ‘यूनाइटेड नेशंस इन इंडिया’ के सहयोग से तैयार किया गया है। इसमें राष्ट्रीय और उप- राष्ट्रीय स्तर पर प्रगति मापी गई है।
सूचकांक में राष्ट्रीय सांख्यिकी एवं कार्यक्रम क्रियान्वयन मंत्रालय के राष्ट्रीय संकेतक ढांचा (एनआईएफ) से जुड़े 115 संकेतकों पर सभी राज्यों एवं केंद्र शासित प्रदेशों की प्रगति का मूल्यांकन किया गया।
गौरतलब है कि पिछले साल छत्तीसगढ़ ने लैंगिक गुणवत्ता मानदंड में 43 अंक हासिल किया था और वह भारत में सातवें स्थान पर रहा था। इस साल इसने 61 अंक हासिल किये और सूचकांक में शीर्ष पायदान पर पहुंच गया।
रिपोर्ट में कहा गया है कि छत्तीसगढ़ की रैंकिंग में सुधार जन्म के समय संतुलित लिंगानुपात, विगत वर्षों में समान लैंगिक भुगतान में सुधार, महिलाओं के खिलाफ अपराध दर में कमी, घरेलू हिंसा की घटनाओं में कमी सहित अन्य कारणों के चलते देखा गया है।
छत्तीसगढ़ ने जिन अन्य एसडीजी मानदंडों में शीर्ष 10 में जगह बनाया है, वे हैं स्वच्छ जल और स्वच्छता, शानदार कार्य एवं आर्थिक वृद्धि तथा असमानता का घटना शामिल है।
एसडीजी सूचकांक राज्यों एवं केंद्र शासित प्रदेशों का सामाजिक, आर्थिक और पर्यावरणीय मानदंडों पर मूल्यांकन करता है।
कुल मिलाकर, केरल ने नीति आयोग के एसडीजी इंडिया सूचकांक 2020-21 में शीर्ष स्थान पर अपना कब्जा कायम रखा है, जबकि बिहार सबसे निचले पायदान पर है।
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