कोलकाता, 10 नवंबर पश्चिम बंगाल सरकार द्वारा तालाबों और नदियों में बनाए गए घाटों पर बुधवार को हजारों श्रद्धालुओं ने छठ पूजा की, जबकि जल प्रदूषण रोकने के लिए रवींद्र सरोवर और सुभाष सरोवर में किसी भी आगंतुक को जाने की अनुमति नहीं दी गई।
कोलकाता महानगर विकास प्राधिकरण (केएमडीए) के एक अधिकारी ने बताया कि दोनों जलाशयों के गेट मंगलवार शाम छह बजे से बंद थे और छठ पूजा खत्म होने के बाद शुक्रवार को सुबह छह बजे खोले जाएंगे ताकि किसी को भी परिसर में प्रवेश करने से रोका जा सके। रवींद्र सरोवर और सुभाष सरोवर में जल प्रदूषण को रोकने के लिए राष्ट्रीय हरित अधिकरण (एनजीटी) के आदेश के अनुसार यह कार्रवाई की गई।
उन्होंने कहा कि केएमडीए द्वारा जादवपुर, पटुली, कस्बा, आनंदपुर इलाकों में ई एम बाईपास के पास छठ श्रद्धालुओं के लिए जलाशयों में बत्तीस घाट बनाए गए हैं। इन घाटों पर पूजा के लिए कई श्रद्धालु पहुंचे।
विधायक और कोलकाता नगर निगम (केएमसी) के प्रशासकों के बोर्ड के सदस्य देबाशीष कुमार ने कहा कि निगम ने अलीपुर, बालीगंज, नारकेलडांगा में कई कृत्रिम जलाशय बनाए। हालांकि, अधिकतर श्रद्धालु हुगली नदी के किनारे स्थित 100 से अधिक घाटों पर गए।
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