चंद्रबाबू नायडू ने गुंटूर में मुस्लिम समाज से कहा, "सत्ता में आया तो जगन रेड्डी की तरह धोखा नहीं दूंगा, झोली खोल दूंगा आप लोगों के लिए"
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: December 10, 2022 05:48 PM2022-12-10T17:48:06+5:302022-12-10T17:56:00+5:30
आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने गुंटूर में अल्पसंख्यकों से कहा कि वो सत्ता में वापसी करेंगे तो मुख्यमंत्री जगन मोहन रेड्डी की तरह धोखा नहीं देंगे और उनके लिए अपनी झोली फिर से खोल देंगे।
पोन्नूर: तेलगू देशम प्रमुख और आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने गुंटूर में मौजूदा मुख्यमंत्री जगन मोहन रेड्डी को घेरते हुए कहा कि उन्होंने सूबे की जनता के साथ धोखा किया है और वो जब भी सत्ता में दोबारा आएंगे तो जनता की उन मांगों को जरूर पूरा करेंगे, जिनकी अनदेखी सीएम जगन कर रहे हैं। बीते शुक्रवार को गुंटूर जिले के पोन्नूर की यात्रा करते हुए पूर्व सीएम नायडू ने विशेष तौर पर मुस्लिम अल्पसंख्यकों से मुलाकात की और उन्हें भरोसा दिलाया की सत्ता वापसी के बाद वो अपनी झोली उनके लिए खोल देंगे।
अपने शासनकाल की बात करते हुए चंद्रबाबू नायडू ने कहा कि आंध्र प्रदेश में तेलुगु देशम पार्टी एकमात्र ऐसी पार्टी है, जिसने उर्दू को दूसरी आधिकारिक भाषा बनाया था। मुस्लिम समाज के बीच मुख्यमंत्री जगन मोहन पर वादाखिलाफी का आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा अगर वो सत्ता में दोबारा आते हैं तो उनकी तरह जनता को धोखा देने का काम नहीं करेंगे।
चंद्रबाबू ने जोर देकर कहा कि राज्य में मंत्री पद पाने के लिए 10वीं कक्षा की शिक्षा योग्यता की आवश्यकता नहीं है और न ही सरकारी सलाहकार बनने के लिए 10वीं पास होना जरूरी है। उन्होंने कहा कि वो वादा करते हैं कि अगर टीडीपी दोबारा सत्ता में आती है तो सबसे पहले वो दुल्हन योजना लाएंगे। नायडू ने कहा कि 2014 के बाद दुकान मकान और दुल्हन योजनाएं लाई गई थी लेकिन जगन के आने के बाद सभी योजनाओं को रद्द कर दिया गया।
मुस्लिम अधिकारों की बात करते हुए उन्होंने कहा कि साल 1983 में जब पहली बार तेलुगू देशम पार्टी की सरकार आई तो हमने 1985 में मुसलमानों के लिए अल्पसंख्यक निगम की स्थापना की थी। उन्होंने कहा कि आज के समय में मुस्लिम अल्पसंख्यक बच्चों के लिए उच्च शिक्षा बहुत आवश्यक है। उन्होंने कहा कि मुस्लिम समाज को तरक्की के रास्ते पर लाने का एकमाक्ष उपाय शिक्षा ही है, इस कारण उन्होंने शिक्षा क्षेत्र में अल्पसंख्यकों को विशेष प्राथमिकता दी थी।
पूर्व सीएम नायडू ने कहा कि आज के वक्त में कई आईटी कंपनियों उन्हें रोजगार और नौकरी के लिए प्रोत्साहित कर रही हैं। आईटी क्षेत्र से प्रवेश करने से उनका जीवन बदल जाएगा। काफी नाराजगी के साथ उन्होंने कहा कि अपने समय में टीडीपी सरकार मुसलमानों को 3 लाख रुपये की आर्थिक सहायता दे रही थी, जिसे जगन सरकार ने बंद कर दिया।
इसके साथ ही चंद्रबाबू नायडू ने कहा कि मुसलमानों के हज पर जाने के लिए उन्होंने हैदराबाद में हज हाउस बनाया था। उन्होंने कहा कि इस कारण मुसलमानों को हैदराबाद से मक्का जाने में सुविधा हुई और हज के लिए उन्होंने आर्थिक सहयोग भी देना शुरू किया था। तेलंगाना और आंध्र के बंटवारे को याद करते हुए उन्होंने कहा कि उस समय मेरे प्रयासों से हैदराबाद और कुरनूल में उर्दू विश्वविद्यालयों की स्थापना हुई थी।
उन्होंने कहा कि टीडीपी वह पार्टी है, जिसने सूबे के 10 लाख लोगों को रमजान का तोहफा दिया था। उन्होंने कहा कि तेलुगु देशम के फिर से सत्ता में आने के बाद हैदराबाद में हो रहे सांप्रदायिक दंगे बंद हो गये थे। तेलगू देशम सरकार ने सभी पक्षों के समझा-बुझा कर उस मामले को शांत किया था लेकिन आज के दौर में जगन सरकार को इन बातों से कोई मतलब नहीं है वो केवल वोटबैंक की राजनीति कर रहे हैं, इस कारण आंध्र प्रदेश पिछड़ता जा रहा है।