LoC पर भारत-पाक सेनाओं के बीच जमकर गोलीबारी, एक महिला की मौत और तीन घुसपैठिए भी ढेर
By सुरेश डुग्गर | Published: July 31, 2019 03:48 PM2019-07-31T15:48:38+5:302019-07-31T16:12:40+5:30
जम्मू-कश्मीरः कुपवाड़ा के अग्रिम इलाकों में आधी रात के बाद गोलबाारी थम गई। लेकिन जिला बांडीपोरा के गुरेज सेक्टर में पाकिस्तानी सैनिकों ने गोलाबारी शुरू कर दी। पाकिस्तानी सैनिकों ने बगतूर सेक्टर में स्थित अग्रिम नागरिक व सैन्य ठिकानों पर गोलाबारी की।
एलओसी से सटे कुपवाड़ा, बारामुल्ला तथा अखनूर सेक्टरों के कई उप सेक्टरों में पिछले 24 घंटों से दोनों सेनाओं के बीच हो रही भीषण जंग में तोपखानों का इस्तेमाल होने से सैंकड़ों लोगों की जान पर बन आई है। गोलाबारी में एक महिला की मौत हो चुकी है। इसी गोलाबारी के बीच पाक सेना ने घुसपैठियों को धकेलने का प्रयास किया तो तीन को मार डाला गया। पाकिस्तान की ओर भारी तबाही के भी समाचार है।
अधिकारियों ने बताया कि कुपवाड़ा के अग्रिम इलाकों में आधी रात के बाद गोलबाारी थम गई। लेकिन जिला बांडीपोरा के गुरेज सेक्टर में पाकिस्तानी सैनिकों ने गोलाबारी शुरू कर दी। पाकिस्तानी सैनिकों ने बगतूर सेक्टर में स्थित अग्रिम नागरिक व सैन्य ठिकानों पर गोलाबारी की। इसमें रहीमी बानो पत्नी अब्दुल अहद बट को स्वास्थ्य विभाग के एक कर्मी मंजूर अहमद मलिक समेत दो लोग जख्मी हो गए। दोनों को स्थानीय प्रशासन ने सेना की मदद से उपचार के लिए अस्पताल पहुंचाया।
रहीमी बेगम को स्थानीय डाक्टरों ने प्राथमिक उपचार के बाद उसी समय श्रीनगर के लिए रेफर कर दिया जहां आज तड़के करीब दो बजे उसकी मौत हो गई। रहमी बेगम और मंजूर अहमद मलिक को पाकिस्तानी सेना द्वारा दागे गए तोप के गोलों के छर्रों से गंभीर चोटें पहुंची थी।
कुपवाड़ा के जिला उपायुक्त अंशुल गर्ग के बकौल स्थिति तनावपूर्ण है। मच्छेल, टंगडार, जमगुंड, करनाह और बुडनाम के अंतर्गत आने वाले करीब 70 गांवों में हमने अगले आदेश तक सभी शिक्षण संस्थानों को बंद कर दिया है। लोगों को अनावश्यक रूप से घरों से बाहर न निकलने के लिए भी कहा है। प्रशासन ने किसी भी आपात स्थिति से निपटने की पूरी व्यवस्था कर रखी है।
इस बीच गोलाबारी के बीच घुसपैठ का प्रयास कर रहे तीन आतंकियों को ढेर कर दिया गया। सूत्रों ने बताया कि गुरेज सेक्टर में एलओसी के पार से आज सुबह पाक सेना ने बिना किसी उकसावे के भारतीय सीमा पर गोलाबारी की ताकि अंधेरे का फायदा उठाते हुए बगतूर इलाके से आतंकी घुसपैठ कर सकें।
सेना के जवानों ने घुसपैठियों को आत्मसमर्पण करने को कहा लेकिन इसके बदले उन्होंने स्वचालित हथियारों से अंधाधुंध गोलीबारी की। सेना की जवाबी कार्रवाई के बाद मुठभेड़ शुरू हो गयी। इस दौरान तीन आतंकी मारे गये। मौके पर पास के सेना के शिविर से अतिरिक्त सुरक्षा बलों को भेजा गया और घने जंगल में तलाश अभियान शुरू किया गया है।