नई दिल्लीः सीबीआई ने दिल्ली आबकारी घोटाले में नकेल कसना शुरू कर दिया है। अधिकारियों ने बताया कि सीबीआई ने दिल्ली आबकारी घोटाले के संबंध में दर्ज की गई प्राथमिकी में नामजद आठ आरोपियों के खिलाफ ‘लुक आउट सर्कुलर’ जारी किया है।
सीबीआई ने दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया के आवास पर छापेमारी की थी। एफआईआर में कुल 9 निजी लोगों को नामजद किया गया है। परनोड रिकार्ड के पूर्व उपाध्यक्ष मनोज राय को छोड़कर सभी निजी व्यक्तियों के खिलाफ एलओसी जारी किया गया है।
आरोपियों में ओनली मच लाउडर के पूर्व सीईओ विजय नायर, ब्रिंडको स्पिरिट्स के मालिक अमनदीप ढाल, इंडोस्पिरिट के मालिक समीर महेंद्रू, बडी रिटेल के निदेशक अमित अरोड़ा, राधा इंडस्ट्रीज के दिनेश अरोड़ा, महादेव लिकर के मालिक सनी मारवाह शामिल हैं।
आबकारी नीति ‘ भ्रष्टाचार’ मामले को लेकर दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने रविवार को दावा किया कि केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने उनके खिलाफ लुकआउट नोटिस जारी किया है। हालांकि अधिकारियों ने इस दावे का खंडन करते हुए कहा है कि जांच एजेंसी ने ‘फिलहाल’ ऐसी कोई कार्रवाई नहीं की है।
आम आदमी पार्टी (आप) ने (प्रधानमंत्री नरेंद्र)मोदी सरकार पर अपना हमला तेज करते हुए आरोप लगाया कि वह हर सुबह ‘‘सीबीआई-ईडी (प्रवर्तन निदेशालय)’’ का खेल खेलती है। वहीं, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने केजरीवाल पर निशाना साधते हुए कहा कि वह घबराए हुए हैं क्योंकि घोटाले की जड़ें उनके दरवाजे तक जाती है।
उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना ने 17 नवंबर, 2021 से लागू आबकारी नीति के कार्यान्वयन में कथित प्रक्रियात्मक चूक और नियमों के उल्लंघन की जांच की पिछले महीने सिफारिश की थी, जिसके बाद सीबीआई ने सिसोदिया के आवास सहित अन्य ठिकानों पर छापे मारे थे। सक्सेना द्वारा जांच की सिफारिश करने के बाद दिल्ली सरकार ने जुलाई में यह नीति वापस ले ली थी।